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खंडवा : शमामा शेख से साधना बनी युवती, मीडिया में कुंभ की चर्चा से जागा सनातन प्रेम, महादेवगढ़ मंदिर में लिए सात फेरे

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक बार फिर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। कसरावद की रहने वाली शमामा शेख ने सनातन धर्म अपनाकर वीरेंद्र मोरे से हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया। शनिवार को महादेवगढ़ मंदिर में संपन्न हुए इस विवाह के बाद शमामा शेख अब साधना मोरे बन गई हैं।

वर्षों से था सनातन धर्म के प्रति लगाव

साधना मोरे ने बताया कि उन्हें वर्षों से सनातन धर्म से गहरा लगाव था। अपने गांव झिरनिया के वीरेंद्र मोरे को उन्होंने जीवनसाथी के रूप में चुना। साधना ने बताया कि प्रयागराज कुंभ की मीडिया में हो रही चर्चा से प्रेरित होकर उन्होंने इसी पावन माह में सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया।

साधना ने कहा ‘मुझे महादेवगढ़ के बारे में बहुत कुछ सुन रखा था। जनवरी महीने में टीवी न्यूज पर कई युवाओं को महादेवगढ़ में सनातन धर्म में प्रवेश करते देखा था। तभी से मेरी इच्छा थी कि मैं महादेवगढ़ में ही विवाह कर सनातन धर्म अपनाऊं। आज मेरी यह इच्छा पूरी हुई। मैंने भोलेनाथ के चरणों में प्रणाम कर विवाह किया और आरती उतारी। अब मैं शिवरात्रि पर्व पर शिव बारात में भी आऊंगी।’ 

महादेवगढ़ में वैदिक मंत्रों के बीच हुआ विवाह

महादेवगढ़ संरक्षण के अशोक पालीवाल ने बताया कि एक-दो दिन पहले वीरेंद्र ने महादेवगढ़ में विवाह करने की इच्छा जाहिर की थी। स्वीकृति मिलने के बाद शनिवार को वह अपने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे। पंडित अश्विनी खेड़े ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सात फेरे करवाए।

आगे उन्होंने कहा कि, ‘हमने दोनों के सुखी दांपत्य जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। विवाह समारोह में खंडवा से विशाल पासी, नितेश राठौर, उमेश ढाकसे और रोहित कनाडे उपस्थित थे।’

सनातन धर्म अपनाने पर मिली आध्यात्मिक शांति

साधना ने कहा कि महादेवगढ़ पर विवाह कर उन्हें आध्यात्मिक शांति की अनुभूति हुई है। उन्होंने बताया कि इस अनोखे विवाह का हिस्सा बनकर उन्हें खुशी और संतोष मिला है। सनातन धर्म अपनाने के बाद उन्होंने शिवरात्रि पर्व के दौरान शिव बारात में शामिल होने का संकल्प लिया। यह विवाह न सिर्फ धार्मिक आस्था बल्कि सामाजिक समरसता की मिसाल भी बन गया है।

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