पटना। बिहार के बक्सर जिले में बुधवार रात बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से असम के कामाख्या तक जा रही 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हुए हादसे के दौरान ट्रेन के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए। वहीं हादसे के चलते इस रूट से गुजरने वाली अन्य ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। रेलवे ने इस रूट से गुजरने वाली कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है, जबकि कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया है।
मृतकों के परिजनों को नीतीश सरकार देगी चार लाख रुपए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन के 21 डिब्बे पटरी से उतरने के बाद मरने वाले लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
ये ट्रेनें हुईं कैंसिल
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-पटना रेल रूट पर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित है।
- दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना के बीच चलने वाली तीन पैसेंजर मेमू ट्रेनों को दोनों दिशाओं (अप/डाउन) में कैंसिल कर दिया गया है।
- पटना वाराणसी मेमू पैसेंजर और भागलपुर अजमेर वीकली एक्सप्रेस को भी कैंसिल कर दिया गया है।
- बनारस से पटना के बीच चलने वाली गाड़ी संख्या 15125/15126 जनशताब्दी एक्सप्रेस को कैंसिल किया गया।
- भागलपुर से चलकर अजमेर जाने वाली भागलपुर अजमेर वीकली एक्सप्रेस और सुपरफास्ट एक्सप्रेस को भी कैंसिल कर दिया गया है।
रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
रेलवे ने हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए अलग-अलग इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
- पटना- 9771449971
- दानापुर- 8905697493
- आरा- 8306182542 , 8306182542 और 7759070004.
- नई दिल्ली- 01123341074, 9717631960
- आनंद विहार- 9717632791
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, हादसा बुधवार (12 अक्टूबर) रात करीब 9:53 बजे रघुनाथपुर के पास हुआ। ट्रेन आनंद विहार से कामाख्या धाम की तरफ जा रही थी। तभी बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506) हादसे का शिकार हो गई। इसमें सभी 21 बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में 4 यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई यात्री घायल बताए जा रहे हैं। दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस आनंद विहार से सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर रवाना हुई थी। हादसे की सूचना मिलते ही दानापुर डिवीजन के साथ-साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के भी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
बिहार के बड़े रेल हादसे
6 जून, 1981
देश का ही नहीं दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेन हादसा भी बिहार में ही हुआ। करीब 42 साल पहले 6 जून, 1981 को सहरसा-मानसी रेलखंड के धमारा घाट के पुल संख्या 51 पर ट्रेन दुर्घटना हुई। जिसमें नौ में से सात डिब्बे नदी में गिर गए थे। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, हादसे में करीब 300 लोगों की मौत हुई थी। वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार, 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। हादसा इतना भीषण था कि, कई हफ्तों तक शवों की तलाश चलती रही। यहां तक कि, आज भी कुछ लोगों का पता नहीं चल सका।
10 सितंबर, 2002: रफीगंज रेल हादसा
तेज रफ्तार राजधानी एक्सप्रेस बिहार में रफीगंज के पास धावा नदी पर बने पुल पर बेपटरी हो गई थी। यह रेल हादसा करीब 21 साल पहले 10 सितंबर, 2002 को हुआ था। इस हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए थे।
देश के बड़े रेल हादसे
20 अगस्त, 1995 : फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई। हादसे में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
26 नवंबर, 1998 : पंजाब में गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से जम्मू तवी सियालदह टकरा गई थी। इस हादसे में 215 लोगों की मौत हो गई थी।
2 अगस्त, 1999 : ब्रह्मपुत्र मेल उत्तर रेलवे के कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस टकराई थी। हादसे में 285 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
2 जून 2023 : बालासोर में एक मालगाड़ी, 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस और 12864 बेंगलुरु-हावड़ा एसएफ एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई। हादसे में 280 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।