
भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले महीने से संभवत: भाजपा संगठन चुनाव की गतिविधियां शुरू होंगी। भाजपा संगठन के 57 जिलों में शहरी- ग्रामीण मिलाकर कुल 60 जिलाध्यक्ष तैनात हैं। इनमें भोपाल, इंदौर, नरसिंहपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा और जबलपुर ग्रामीण सहित लगभग एक तिहाई से अधिक जिले ऐसे हैं जहां 4-5 साल पहले अध्यक्ष नियुक्त हुए हैं।
संगठन चुनाव के बाद इनकी भूमिका बदल सकती है। नवंबर तक संगठन चुनाव की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने करीब साढ़े चार साल पहले फरवरी 2020 में पार्टी की कमान संभाली थी। औपचारिक तौर पर उनका कार्यकाल 2023 में पूरा हो गया था लेकिन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के चलते इसे आगे बढ़ा दिया गया। यही फार्मूला राष्ट्रीय अध्यक्ष के मामले में भी अपनाया गया।
15 जिलाध्यक्षों की ताजपोशी 2019 की, 2020 में भी इतने ही
भाजपा संगठन के सभी 60 जिलाध्यक्षों में 15 जिलाध्यक्ष की ताजपोशी 2019 की है जबकि इतने ही जिलाध्यक्ष 2020 में नियुक्त हुए थे। इनमें कुछ जिलाध्यक्ष दोहरी भूमिका में भी हैं। संगठन में कुछ पदाधिकारी ऐसे भी हैं जो लगातार 2-3 चुनावों से टिकट की उम्मीद में हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया। प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए संगठन चुनाव आगे बढ़ा दिए गए।
उत्तराधिकारी का इंतजार
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगस्त में सदस्यता अभियान के साथ ही चुनावी गतिविधियां शुरू हो जाएंगीं। ऐसा माना जा रहा है अगले पखवाड़े तक संगठन चुनाव का कार्यक्रम भी जारी हो जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उनके उत्तराधिकारी का इंतजार भी किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी हाईकमान ने कुछ राज्यों में कार्यकारी अध्यक्ष की व्यवस्था दे दी।
ये हैं पुराने जिलाध्यक्ष
सबसे पहले 2019 में नरसिंहपुर, उज्जैन नगर-ग्रामीण, खरगोन, खंडवा, सीहोर, विदिशा, भोपाल ग्रामीण, छिंदवाड़ा, मुरैना, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, निवाड़ी, जबलपुर ग्रामीण और मंडला में जिलाध्यक्ष की ताजपोशी हुई। 2020 में तैनात हुए अध्यक्षों में शामिल जिलों में सिवनी, उमरिया, शहडोल, रीवा, दमोह, टीकमगढ़, सागर, ग्वालियर ग्रामीण, भिंड, नर्मदापुरम, बैतूल, भोपाल, इंदौर नगर, देवास, मंदसौर और नीमच है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की लिस्ट दिल्ली से आने का इंतजार
इधर, कांग्रेस की प्रदेश कमेटी की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कुछ दिन पहले संभावित नामों की लिस्ट दिल्ली भेज दी है। यहां एक-एक नामों पर मंथन होने के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। खबर है कि प्रदेश संगठन में 50 प्रतिशत युवाओं को शामिल किया जाएगा। साथ ही संगठन के लिए सालों से काम कर रहे अनुभवी भी शामिल होंगे। नई कमेटी के लिए दो माह तक प्रदेश के ऐसे नेताओं की तलाश की जाती रही जो पदों की प्रतिष्ठा बनाए रखने में आगे रहे हैं। पटवारी यह भी संकेत दे चुके हैं कि जो नेता पार्टी छोड़कर गए हैं, उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा। पदाधिकारियों के नाम टटोलने के लिए पिछले दिनों भोपाल में बैठकों का दौर भी चला था। यहां भितरघातियों का मुद्दा उठा था।