
भोपाल। महापौर मालती राय ने मंगलवार को अपना पहला बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम की स्थिति काफी खराब है। खर्च अधिक होने की वजह से आय-व्यय में संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि, इस बजट में आय-व्यय का संतुलन बनाने के लिए निगम ने खर्चों में की है। इसके बावजूद नगर निगम ने अपने बजट में शहर के विकास के लिए हर हिस्से का ध्यान रखा है। देखें, किसके लिए कितना बजट मिला…
- 7,912 लाख रुपए पिछड़ी बस्तियों में नाला-नाली, उद्यान, सामुदायिक सुविधाओं के निर्माण के लिए।
- 10 करोड़ रुपए शहर के अलग-अलग स्थानों पर कन्वेंशन सेंटर के निर्माण के लिए।
- 5 करोड़ रुपए खेलकूद इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए। इससे मिनी स्पोर्ट्स सेंटर के निर्माण होंगे।
- 15 करोड़ रुपए अवैध कॉलोनियों को वैध करने और इनके विकास के लिए।
- 10 करोड़ रुपए निचली बस्तियों में जल भराव की समस्या को दूर करने के लिए।
- 1 करोड़ रुपए जीर्ण शीर्ण हो चुकी बस्तियों में री-डेंसिफिकेशन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए।
- 10वीं और 12वीं की मेरिट में आने वाली छात्राओं को 5,000 रुपए दिए जाएंगे।
- 2 करोड़ रुपए कवर्ड मीट मार्केट के निर्माण के लिए।
- 2.5 करोड़ रुपए स्मार्ट फिश पार्लर निर्माण के लिए।
- 50 लाख रुपए सभी कम्युनिटी हॉल का जीर्णोद्धार कर संग्रहालय बनाने के लिए।
- 3 करोड़ रुपए की लागत से प्रेमपुरा घाट को बेहतर बनाया जाएगा।
- 25 लाख रुपए झील महोत्सव के लिए।
- 2 करोड़ रुपए गुरुनानक कॉरिडोर के सौन्दर्यीकरण कार्य के लिए।
- 20 करोड़ रुपए स्वच्छ भारत मिशन योजना के लिए।
- 7 करोड़ रुपए ट्रैफिक सुधार के लिए। 2 करोड़ रुपए से प्रमुख चौराहों पर लगेंगे ब्लिंकर।
- 2 करोड़ रुपए सड़कों पर रिफ्लेक्टर, जेबराक्रॉसिंग आदि के लिए। 5.5 करोड़ रुपए शहर के चौराहों विकास के लिए।
- 28 करोड़ रुपए शहर के प्रमुख मार्गों, चौराहों पर बिजली व्यवस्था के लिए।
- 5 करोड़ रुपए शहर के विश्रामघाटों के लिए। नर्मदापुरम रोड पर नया विश्रामघाट बनेगा।
- 10 करोड़ रुपए शहर में पार्कों के विकास के लिए।
- 30 करोड़ रुपए नए वाहनों की खरीदी के लिए। 15 साल पुराने वाहन बंद होंगे।
- 8 करोड़ रुपए पौधरोपण के लिए।
- 300 करोड़ रुपए भोपाल में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के क्रियान्वयन के लिए।
- 10 करोड़ रुपए शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए।
- 25 लाख रुपए हर वार्ड के विकास के लिए।
- 10 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री मॉनिट ए प्लस योजना के क्रियान्वयन के लिए।
- 20 करोड़ रुपए सीवर लाइनों की मरम्मत के लिए।