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एम्स में शुरू हुई अत्याधुनिक मोर्चरी, टेबल खुद सोख लेगी शवों का संक्रमण पोस्टमार्टम से पहले होगा शव का डिजिटल एक्स रे, टॉक्सिकोलॉजी लैब भी होगी तैयार

भोपाल। विवाद या संदिग्ध मामलों में मौत के रहस्यों का पता लगाना अब और आसान हो जाएगा। एम्स, भोपाल में प्रदेश की सबसे अत्याधुनिक मर्चुरी की शुरुआत की गई है। इसमें जहां शवों का बेहतर तरीके से पोस्टमार्टम हो सकेगा, वहीं शवों के एक्सरे से लेकर ऑनलाइन पोस्टमार्टम की सुविधा भी होगी। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि संक्रमित शवों के पोस्ट मार्टम के दौरान चिकित्सक और अन्य स्टाफ को संक्रमण की आशंका नगण्य होगी। एम्स प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक मोर्चरी में तीन अत्याधुनिक वेंटीलेटेड ऑटोप्सी टेबल और एक डिसेक्सिंग बैंच लगाई गई है। यह टेबल शवों से निकलने वाले संक्रमण को सोख कर उसे मोचुर्री से बाहर कर देगी। प्रदेश में यह पहला मौका है जब मचुर्री में इस तरह के टेबल का उपयोग किया जा रहा हो।

गैस और तरल संक्रमण होगा दूर

एम्स के मेडिकालीगल विशेषज्ञ डॉ. राघवेन्द्र बिदुआ ने बताया कि ऑटोप्सी के दौरान शवों से कई तरह के संक्रमण हो सकता है। पुराने सड़ गले शवों में कई जहरीली गैस और तरल पदार्थ होते हैं तो ऑटोप्सी के दौरान विशेषज्ञ को गंभीर रूप से संक्रमित कर सकते हैं। इन विशेष टेबल में वेंटीसलेशन और ड्रेनेज की व्यवस्था होती है। इससे शवों से निकलने वाली गैस और तरल पदार्थ को मोर्चरी से बाहर कर दिया जाता है।

डिजिटल एक्स शुरू, सीटी स्कैन भी आएगा

यहां ऑटोप्सी से पहले शव का डिजिटल एक्सरे की सुविधा की शुरूआत की गई है। किसी व्यक्ति की मौत गोली लगने से हुई है और गोली दिखाई नहीं दे रही है तो मोचुर्री में ही एक्सरे करके गोली का पता लगाया जाएगा। इसके साथ ही कौन सी हड्डी कितनी टूटी है यह भी पहले ही पता चल जाएगा। यही नहीं जल्द ही शवों के सीटी स्कैन की सुविधा भी यहां शुरू होगी।

बढ़ जाएगी पोस्टमार्टम की सुविधा

नई मोर्चरी के शुरू होने से यहां पोस्टमार्टम की संख्या बढ़ जाएगी। वर्तमान में यहां एक टेबल होने से दिन में दो से तीन पोस्टमार्टम ही हो पाते हैं। अब यहां एक साथ चार पोस्टमार्टम हो सकेंगे , वहीं दिन में 15 से ज्यादा पोस्टमार्टम किए जा सकेंगे। मालूम हो कि फिलहान हमीदिया अस्पताल में प्रतिदिन 18 से 20 पोस्टमार्टम किए जाते हैं।

यह होगा फायदा

  • अभी चार थाने से पोस्टमार्टम होता है अब यह संख्या बढ़ जाएगी
  • सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, पीएम होते लाइव देखा जा सकेगा। लीगल मामलों में ये व्यवस्था फायदेमंद साबित होगी।
  • मौत के मामलों में जहर का पता लगाने के लिए जल्द ही टॉक्सिकोलॉजी लैब शुरू होगी
  • माइक्रोस्कोपिक, हिस्टो पैथोलॉजिक और माइक्रोबायोलॉजिकल पोस्टमार्टम हो सकेगा।

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