
अमरेली। गुजरात के अमरेली में बोरवेल में फंसी डेढ़ साल की बच्ची जिंदगी की जंग हार गई। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी आरोही नाम की इस बच्ची को बचाया नहीं जा सका। करीब 17 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आज सुबह करीब 4 बजे बच्ची को बोरवेल से निकाला गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
बच्चों के साथ खेलते समय हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, बच्ची अपने पिता करणभाई और मां के साथ खेत में थी। मां ने बच्ची को दूध पिलाकर दूसरी बच्चियों के साथ खेलने के लिए छोड़ा था। इसी दौरान उन्हें चिल्लाने की आवाज आई। वे आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे तो दूसरे बच्चों ने बताया कि वह बोरवेल में गिर गई है। जिसके बाद सरपंच को हादसे की सूचना दी गई।
अपने स्तर पर बच्ची को बोरवेल से निकालने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। NDRF की टीम को भी बुलाया गया, जांच में पता चला कि बच्ची करीब 50 फीट की गहराई पर फंसी है। कैमरे में देखा गया कि, बच्ची के दोनों हाथ नीचे हैं, वह सीधी फंसी है। उसकी नाक और आंखें दिख रही हैं। जब उसे बाहर निकाला गया तो उसकी सांस रुक चुकी थी। हालांकि उसे रिकवर करने की कोशिश की गई, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
MP के रीवा में 6 साल के बच्चे की मौत
इससे पहले अप्रैल महीने में मध्य प्रदेश के रीवा में भी एक बच्चे के बोरवेल में गिरने की घटना सामने आई थी। उस बच्चे की भी मौत हो गई थी। 44 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी 6 साल के मासूम मयंक को बचाया नहीं जा सका था। जब उसे बाहर निकाला गया तो उसकी मौत हो चुकी थी। वो 42 फीट गहरे गड्ढे में फंसा हुआ था।
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