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भोपाल परिवार सुसाइड मामला : इंदौर पुलिस कमिश्नर ने कहा- लोन एप्स है खतरनाक, लोगों को बचने की जरूरत

इंदौर। भोपाल में ऑनलाइन लोन एप के जाल में फंसकर एक ही परिवार की चार जिंदगियां खत्म होने के बाद इंदौर पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ये लोगों ने काफी खतरनाक है। इससे आम जनता को बचने की जरूरत है। पुलिस कमिश्नर का कहना था कि लोन एप की घटनाएं इंदौर में आ चुकी है और उससे कई लोग प्रभावित हुए हैं। अब जरूरत है कि लोन एप से बचना चाहिए।

एप से आपकी सारी डिटेल सामने वाले के पास पहुंच जाती है

कोई भी एप्लीकेशन इतना सस्ता और इतनी जल्दी लोग नहीं दे सकते हैं। लेकिन, उसके बाद भी लोग जल्दबाजी में रुपयों के लालच में अधिक ब्याज पर लोन ले लेते है। इतना ही नहीं सिर्फ आपके आधार और पैन कार्ड के नंबर के जरिए जल्द लोन पाना चाहते हैं। वहीं इन लोन एप से आम व्यक्ति को भी बहुत खतरा है। जहां लिंक पर क्लिक करते से ही आपकी सारी डिटेल सामने वाले व्यक्ति के पास चली जाती है। लोन वाला व्यक्ति आपके मोबाइल की डिटेल के आधार पर आपको ब्लैकमेल करने लगता है। जिस कारण से भोपाल जैसी घटनाएं सामने आती है।

एडवाइजरी जारी कर लोगों को हिदायत दी है

इंदौर पुलिस कमिश्नर का कहना था कि इंदौर डीसीपी क्राइम द्वारा समय-समय पर एडवाइजरी जारी करके हिदायत दी गई है। कई बार लोगों के माध्यम से लोन लेने वाले व्यक्ति जब इसका शिकार हो जाते हैं। उसके बाद पुलिस की शरण में आते हैं। वहीं कमिश्नर ने यह साफ कह दिया कि किसी भी तरह से एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद हर व्यक्ति को चाहिए कि उसकी जो शर्तें है उसे सही समय और पूरा पढ़ने के बाद उसे परमिशन दे। क्योंकि, जैसे ही आप किसी परमीशन देकर एप्लीकेशन को अलाउ करते हैं तो आपकी सभी जानकारी इन एप्लीकेशन पर लोन देने वाले व्यक्तियों के पास चली जाती है।

क्या है मामला ?

राजधानी भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र में आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान एक परिवार के चार सदस्यों ने बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात आत्महत्या कर ली थी। रातीबड़ की शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा (38), उनकी पत्नी रितु (35), बेटे ऋतुराज (3) और ऋषिराज (9) ने आत्महत्या कर ली। घर के एक कमरे में दंपती के शव फंदे पर लटके मिले, तो वहीं दोनों बच्चों घर के एक कमरे में मृत बरामद किए गए। बच्‍चों को जहर देने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें कर्ज का जिक्र किया गया है।

पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि भूपेंद्र विश्वकर्मा ऑनलाइन कंपनी के लोन के चक्रव्यूह में फंस गया था, जिसके चलते पूरे परिवार ने ये आत्मघाती कदम उठाया।

चार पेज का सुसाइड नोट बरामद

चार पेज के सुसाइड नोट में लिखा है- मेरे परिवार को माफ कर दें, मैं मजबूर हूं। मेरा सभी से यही निवेदन है कि हमारे जाने के बाद मेरे परिवारवालों को लोन के लिए परेशान न किया जाए। मैं अपने पापा जी, मम्मी जी, बाबू जी, अम्मा जी, तीनों बहनों, बड़े भैया, अन्नु दी, दोनों साली… सभी से माफी से माफी मांगता हूं। हमारी दूसरी इच्छा है कि हमें सामूहिक दाह संस्कार करें। सॉरी फॉर एवर लिखकर स्माइल करते हुए इमोजी भी बनाई है।

(इनपुट- हेमंत नागले)

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