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भोपाल : 2 बच्चों को मारकर दंपति द्वारा आत्महत्या का मामला, पुश्तैनी गांव पहुंचे चारों के शव, परिवार ने किया चक्काजाम, उमा ने अपनी ही सरकार पर बोला हमला

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन में फंसकर एक पूरे परिवार सामूहिक आत्महत्या का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने लोन वाली एप्लीकेशन को बैन करने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया जाएगा। वहीं रीवा के अंबा गांव चारों के शव पहुंचने पर परिवार और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित परिवार ने ग्रामीणों के साथ जबलपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर शवों को रखकर चक्काजाम कर दिया। साथ ही मामले की CBI जांच और मुआवजे की मांग की गई है।

CBI जांच और मुआवजे की मांग

पूरे परिवार सामूहिक आत्महत्या से एक और पूरे गांव में गमगीन महौल है तो वहीं दूसरी तरफ भारी आक्रोश नजर आ रहा है। परिजनों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ आज चारों शवों को जबलपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर रखकर चक्काजाम कर दिया है। उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच और सरकार से उचित मुआवजे देने की मांग की जा रही है। परिवार का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तब वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। चक्काजाम और प्रदर्शन के कारण हाईवे की दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई है।

चक्काजाम की सूचना मिलते ही तहसीलदार यतीश शुक्ला समझाइश देने पहुंचे, लेकिन उनके व्यवहार से मृतक के परिजन और नाराज हो गए। वहीं चक्काजाम स्थल पर एसडीएम भी पहुंच गए हैं। परिजन का आरोप है कि दरवाजा तोड़ कर हत्या की गई। एक महीने पहले भोपाल साइबर सेल को भी शिकायत की गई थी।

उमा भारती ने अपनी ही सरकार को घेरा

इधर, परिवार के आत्महत्या के मामले में मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने अपनी ही सरकार को घेरा, उन्होंने ट्वीट कर लिखा- भोपाल में विश्वकर्मा दंपत्ति द्वारा अपने दोनों बच्चों को मारकर आत्महत्या करने की स्थिति बन जाना बहुत ही दुखद है।यह पूरे समाज के लिए कलंक एवं हमारी व्यवस्था के लिए शर्मनाक है। कोई परिवार असहाय होकर स्वयं को नष्ट कर ले,सारी दुनिया व सारी व्यवस्था किस काम की। मेरी दुखद श्रद्धांजलि।

जांच के लिए SIT गठित : नरोत्तम मिश्रा

2 बच्चों को मारकर दंपति द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आने के बाद आज गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि परिवार के सुसाइड मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित की जा रही है। इसके बाद ऐसे एप्लिकशन चिह्नित कर रहे हैं, जिन नंबरों से मृतक को धमकी आई थी। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि ऐसे लोन वाले ऐप्स को भी चिह्नित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार से ऑनलाइन लोन एप्स को बैन करने का आग्रह किया जाएगा।

क्या है मामला ?

राजधानी भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र में आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान एक परिवार के चार सदस्यों ने बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात आत्महत्या कर ली थी। रातीबड़ की शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा (38), उनकी पत्नी रितु (35), बेटे ऋतुराज (3) और ऋषिराज (9) ने आत्महत्या कर ली। घर के एक कमरे में दंपती के शव फंदे पर लटके मिले, तो वहीं दोनों बच्चों घर के एक कमरे में मृत बरामद किए गए। बच्‍चों को जहर देने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें कर्ज का जिक्र किया गया है।

पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि भूपेंद्र विश्वकर्मा ऑनलाइन कंपनी के लोन के चक्रव्यूह में फंस गया था, जिसके चलते पूरे परिवार ने ये आत्मघाती कदम उठाया।

चार पेज का सुसाइड नोट बरामद

चार पेज के सुसाइड नोट में लिखा है- मेरे परिवार को माफ कर दें, मैं मजबूर हूं। मेरा सभी से यही निवेदन है कि हमारे जाने के बाद मेरे परिवारवालों को लोन के लिए परेशान न किया जाए। मैं अपने पापा जी, मम्मी जी, बाबू जी, अम्मा जी, तीनों बहनों, बड़े भैया, अन्नु दी, दोनों साली… सभी से माफी से माफी मांगता हूं। हमारी दूसरी इच्छा है कि हमें सामूहिक दाह संस्कार करें। सॉरी फॉर एवर लिखकर स्माइल करते हुए इमोजी भी बनाई है।

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