
भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के बीच कांग्रेस (Congress) ने राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें राहुल ने जय श्रीराम बनाम जय सियाराम को लेकर संघ और भाजपा को घेरा। राहुल ने कहा- सीता के बिना भगवान राम का नाम अधूरा है – वो एक ही हैं, इसीलिए हम ‘जय सियाराम’ कहते हैं। भगवान राम सीता जी के लिए लड़े। हम जय सिया राम जपते हैं और महिलाओं को सीता का स्वरूप मान उनका आदर करते हैं।
उनके संगठन में एक भी महिला नहीं
राहुल ने कहा-भाजपा के लोग जय श्री राम कहते हैं मगर कभी जय सियाराम नहीं कहते। आरएसएस के लोग उस भावना से अपनी जिंदगी नहीं जीते हैं। भगवान राम ने किसी के साथ अन्याय नहीं किया। भगवान राम ने किसान, मजदूर, व्यापारियों सबकी मदद की। उनकी भावना को संघ और भाजपा के लोग नहीं अपनाते। राहुल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा- वो (RSS) जय सियाराम का नारा तो अपना ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक भी महिला नहीं है।
इतने सालों तक मंदिर क्यों नहीं बनने दिया
राहुल गांधी के इस वीडियो पर भाजपा ने पलटवार किया है। उसने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा- भगवान श्री राम का इतना ही सम्मान करते हो तो सबसे पहले अपनी राजमाता से पूछकर आओ कि उन्होंने रामसेतु को काल्पनिक क्यों बोला? इतने सालों तक श्री राम मंदिर क्यों नहीं बनने दिया?
4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में 10 वें दिन आगर मालवा जिले के लिए निकली। सुबह पैदल मार्च के दौरान राहुल गांधी के साथ महिला कांग्रेस की नेता शोभा ओझा और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन भी मौजूद थीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी यात्रा में शामिल हुए। लोकसभा में मंदसौर का प्रतिनिधित्व कर चुकीं नटराजन ने कहा- आज की यात्रा का विषय ‘महिलाओं के साथ चलो’ है। शुक्रवार को टी ब्रेक के दौरान राहुल गांधी ने विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं के एक समूह के साथ बातचीत की। इसमें स्वसहायता समूह की महिलाएं भी शामिल थीं। 4 दिसंबर को राजस्थान में दाखिल होने से पहले यह यात्रा 12 दिन में पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में 380 किलोमीटर का फासला तय करेगी। प्रदेश में यात्रा अब तक बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर और उज्जैन जिलों से होकर गुजरी है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने उज्जैन में मंगलवार को देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध भगवान महाकाल मंदिर के दर्शन किए। इससे पहले, उन्होंने खंडवा जिले में एक अन्य ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।