ग्वालियरमध्य प्रदेश

मर्डर में उलझे दो परिवार, बदले में दुष्कर्म, जानलेवा हमले की वारदात

ग्वालियर। मुरार स्थित सीपी कॉलोनी में रहने वाले संजय भदौरिया पुत्र गंगा सिंह भदौरिया की 2017 में हुई हत्या की कड़ी में बलात्कार और हत्या के प्रयास का मामला जुड़ा हुआ है। मामूली विवाद पर हुई इस हत्या में दोनों पक्षों की कहानी इस कदर उलझी की हत्या के मामले में फरियादी पक्ष के लोगों के ऊपर बलात्कार का मामला दर्ज हुआ और फिर उसमें नई कहानी सामने Ñआई कि बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला फरियादी पक्ष के ऊपर दबाव बढ़ती गई। इतना ही नहीं इसी मामले में एक और मुकदमा दर्ज हुआ जो कि अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास का था जिसमें पुलिस अब भी पड़ताल कर रही है।

आपको बता दें कि मुरार स्थित सीपी कॉलोनी में रहने वाले गंगा सिंह भदौरिया के बेटे संजय भदौरिया का बीती 2017 में पड़ोसी के निर्माणाधीन मकान में बॉलकनी का छज्जा निकालने को लेकर विवाद शुरू हुआ। मामूली वजह से शुरू हुए विवाद में संजय भदौरिया की हत्या कर दी गई। जिसमें हत्या का इल्जाम संदीप शर्मा और अन्य लोगों पर दर्ज हुआ। इस हत्या की कहानी यहीं समाप्त नहीं हुई, इस प्रकरण के चलते हत्या का मुकदमा दर्ज कराने वाले मृतक के पिता गंगा सिंह भदौरिया और उनके नाती आदित्य भदौरिया के खिलाफ कुछ समय बाद एक मुकदमा मुरार थाने में दर्ज हुआ। जिसमें पीड़िता का कहना था कि उसके साथ दिल्ली में पढ़ाई करने वाले आदित्य ने अपनी छुट्टियों के दौरान ग्वालियर में बलात्कार किया।

यह प्रकरण पंजीबद्ध हुआ और आरोप सिद्ध करने के लिए मामला न्यायालय में चलने लगा। इसी बीच देहात के बिजौली थाने में एक और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें फरियादी वीर सिंह जाटव ने बताया कि उसको तीन बदमाशों ने गोली मारी है। गोली उसके पैर में लगी है जिसने संदेह के नाम पर इस प्रकरण में गंगा भदौरिया के भाई, दामाद अभय सेंगर व एक अन्य का नाम पुलिस को बताया है। पुलिस इस मामले में गंभीरता से प्रकरण की जांच कर रही है जिसकी जांचकर्ता बेहट सर्किल की एसडीओपी हिना खान कर रही हैं।

पुलिस अफसरों पर गिरी गाज

हत्या के बाद बलात्कार का प्रकरण सामने आते ही पुलिस को इस मामले में कुछ शक हुआ जिसमें पुलिस ने बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पीड़िता से पूछताछ की। इसमें पुलिस के ऊपर आरोप लगे की उनके द्वारा पीड़िता को पूरी रात थाने में बैठा कर झाडू से पीटा गया। साथ उसके मूंह में कपड़ा ठूंस दिया गया। इसके चलते एएसपी सुमन गुर्जर सहित तत्कालीन थाना प्रभारी मुरार अजय पंवार और अन्य पुलिस कर्मियों को तत्काल जिले से हटा दिया गया।

पर्दे के पीछे की बात

इस मामले में जब प्रॉपर्टी कारोबारी गंगा भदौरिया के बेटे संजय भदौरिया की हत्या का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन था इसी बीच 20 दिसबंर 2022 को गंगा भदौरिया के मकान में एक लड़की किराए से रहने आई और उनके ही घर झाडू पोंछा करती थी। इसके बाद वर्ष 2023 में 31 जनवरी को दिल्ली में पढ़ने वाले गंगा भदौरिया का नाती आदित्य भदौरिया जो कि अपने चाचा की हत्या में चश्मदीद गवाह था। उसके ऊपर उक्त लड़की ने बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें गंगा भदौरिया के पक्ष का कहना था कि यह प्रकरण हत्या के मामले में राजीनामे के दबाव के लिए लगाया गया है। इसके बाद उक्त लड़की के पिता वीर सिंह जाटव द्वारा वर्ष 2023 की शुरूआत में जानलेवा हमला करने का एक अन्य मामला दर्ज कराया गया। जिसमें संदेही के रूप में गंगा भदौरिया के भाई, दामाद व अन्य एक का नाम लिया गया।

मामला नं.-1

वर्ष 2017 में मकान का छज्जा निकालने के कारण दो पड़ोसियों में विवाद हुआ इस विवाद में मुरार के सीपी कॉलोनी में रहने वाले संजय भदौरिया की संदीप उर्फ सोनू शर्मा व ज्ञानेश उर्फ पप्पू शर्मा ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

मामला नं.-2

वर्ष 2021 में गंगा भदौरिया के यहां काम करने वाली लड़की ने मुरार थाने में शिकायत दर्ज कराई की उसके साथ गंगा भदौरिया के नाती व उसके दोस्त ने दुष्कर्म किया है। इस मामले में पुलिस के ऊपर आरोप लगाने वाली पीड़िता को थाने में रखा और रिपोर्ट ना डालने के लिए दवाब बनाया।

मामला नं.-3

वर्ष 2023 में बलात्कार पीड़िता के पिता वीर सिंह जाटव ने बिजौली थाने में शिकायत दर्ज कराई की तीन बदमाशों द्वारा उनके ऊपर गोली चलाई गई। जोकि उनके पैर में लगी है इस मामले में संदेही के रूप में गंगा भदौरिया के दामाद सहित तीन लोगों द्वारा गोली चलाया जाना बताया गया।

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