भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अयोध्या राम मंदिर के आसपास के जमीन सौदों और सरकारी संस्थानों को बेचे जाने के मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और मोदी सरकार को घेरा है। सिंह ने कहा कि संघ धर्म के नाम पर वोट और नोट बटोरता है। इसी तरह मोदी सरकार को सरकारी संस्थानों को बेचने पर 70 साल के पेड़ों पर दीमक लगाने का तंज कसा है।
हिंदू सनातन धर्म के प्रति कोई आस्था नहीं है : दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को ट्वीट कर संघ को अयोध्या के राम मंदिर के आसपास की जमीन सौदों के मामले में आड़े हाथों लिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा, संघभाजपा के लिए हिंदुत्व केवल जनता को धर्म के नाम से “वोट व नोट” बटोरने का माध्यम है। उनकी हिंदू सनातन धर्म के प्रति कोई आस्था नहीं है। अब बताइए संघी राम मंदिर की भूमि में भी कमाई करने से नहीं चूके?
कल बेचे सो आज बेच,
आज बेचे सो अब,
सत्ता अगर चली गई
तो फिर बेचेगा कब-कमल राने #मोदी #भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ #भाजपा_बर्बादी_है
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 23, 2021
आप से एक सवाल
अगर बड़ी तपस्या व मेहनत से 70 साल पुराने लगाए गए पेड़ों को दीमक
7 साल में प्रतिदिन 18 घंटे काम कर के खा कर जाए,
तो उस दीमक का क्या कहेंगे?– कमल राने
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 23, 2021
मोदी सरकार पर दीमक लगाने के आरोप
सिंह ने कमल राने नाम के व्यक्ति द्वारा पूछे गए सवाल को ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि 70 साल पुराने पेड़ों को दीमक खा रही है। सिंह ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इस तरह काम कर रही है और सरकारी संस्थानों को लगातार बेचा जा रहा है।
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