मंदसौर। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने शनिवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। गरोठ थाने के एक मामले में 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एक सहयोगी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। 10 सदस्यों की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, गरोठ थाने पर पदस्थ उपनिरीक्षक (एसआई) सुभाष गिरी ने एक मारपीट के मामले में कार्रवाई न करने के लिए फरियादी राजेंद्र सिंह से 75 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। यह मांग सहयोगी श्याम सिंह के माध्यम से की गई। फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को इस रिश्वतखोरी की सूचना दी। योजना बनाकर लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई की और पहली किश्त के रूप में 30 हजार रुपए लेते हुए श्याम सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त ने दोनों को बनाया आरोपी
लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में एसआई सुभाष गिरी और सहयोगी श्याम सिंह दोनों को आरोपी बनाया है। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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