
नई दिल्ली। आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। सीएम केजरीवाल ने CM पद छोड़ने की घोषणा कर दी है। तिहाड़ से 13 सितंबर को रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे मुलाकात करने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ‘मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दूंगा।’
केजरीवाल का संबोधन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- भगवान का हम सभी के ऊपर बहुत आशीर्वाद रहता है। इसी वजह से हम लोग बड़ी-बड़ी मुसीबतों से लड़कर और जीतकर आते हैं। इसके साथ मैं उन लाखों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने हमारे साथियों के लिए दुआएं की।
दिल्ली सीएम ने कहा कि जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो माता सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्निपरीक्षा दूंगा।
नवंबर में हो दिल्ली के चुनाव : कुछ लोग कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण हम काम नहीं कर पाएंगे। यहां तक कि उन्होंने भी हम पर पाबंदियां लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं, तो मुझे बड़ी संख्या में वोट दें। मैं अब चुने जाने के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। चुनाव फरवरी में होने हैं। मेरी मांग है कि नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ ही दिल्ली में चुनाव कराए जाएं।
इस्तीफे का किया ऐलान : मैं 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। जब तक जनता अपना फैसला नहीं दे देती, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं मिल जाता, तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। चुनाव होने तक पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री रहेगा। अगले 2-3 दिनों में विधायकों की बैठक होगी, जिसमें अगला सीएम तय किया जाएगा।
सरकार गिराने का नया फॉर्मूला : इन्होंने (भाजपा) एक और नया फॉर्मूला बनाया है जहां-जहां ये चुनाव हारे वहां-वहां के मुख्यमंत्री पर फर्जी केस करके गिरफ्तार कर लो और उसकी सरकार गिरा दो। इन्होंने सिद्धारमैया, पिनाराई विजयन, ममता दीदी पर केस कर रखें हैं। ये एक विपक्ष के मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते सभी पर फर्जी केस करके जेल में डालते हैं और सरकार गिरा देते हैं।”
भाजपा ने मेरे हौसले को और बढ़ा दिया : बीजेपी को लग रहा था कि मुझे जेल भेजकर हमारी पार्टी तोड़ देंगे। हमारे विधायकों को तोड़कर दिल्ली और पंजाब में सरकार गिरा देंगे। इनकी साजिशों के खिलाफ आम आदमी पार्टी लड़ रही है। इन्हें लगा कि ये मेरे हौसले तोड़ देंगे लेकिन इन्होंने मेरे हौसले को और बढ़ा दिया है।
विपक्ष के मुख्यमंत्रियों से की विनती : मैं देश के सारे गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों से हाथ जोड़ कर विनती करना चाहता हूं अब अगर प्रधानमंत्री फर्जी केस करके आपको जेल में डालें तो इस्तीफा मत देना। किसी हालत में इस्तीफा मत देना, जेल से सरकार चलाना। ऐसा नहीं है कि हम पद के लालची हैं इसलिए क्योंकि हमारे लिए हमारा संविधान जरूरी है जनतंत्र को बचाना जरूरी है। इतनी भारी बहुमत से चुनी सरकार को आप जेल में डालकर कहोगे इस्तीफा दे।
जेल से इस्तीफा नहीं देने की बताई वजह : मैंने जेल जाने पर इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं जनतंत्र को बचाना चाहता था। अगर मैं जेल से इस्तीफा दे देता तो ये विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल कर सरकार गिरा देते। मेरी विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों से विनती है कि अगर ये आपको जेल में डाले तो इस्तीफा मत देना क्योंकि हमने दिखाया है जेल से सरकार चल सकती है।
BJP वाले हमारी ईमानदारी से डरते हैं : दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत बदहाल थी। लेकिन हमने सरकारी स्कूलों को बदलकर रख दिया। हमने दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक और कई नए सरकारी अस्पताल बनवाये, इलाज और दवा मुफ्त की। महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा कराई। दिल्ली में 24 घंटे मुफ्त बिजली मिल रही है। यह सब काम हम इसलिए कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। BJP वाले हमारी ईमानदारी से डरते हैं और इसलिए इन्होंने हमें जेल भेजा।
मेरे Bank Account खाली हैं : मेरे पास मेरी ईमानदारी के अलावा कुछ और नहीं है। मेरे Bank Account खाली हैं। मैं Income Tax के Commissioner की नौकरी छोड़कर झुग्गियों में रहा था। मेरे अंदर देश की सेवा करने का जुनून था। मुझे ना पद का लालच है और ना ही दौलत का लालच है। मेरे अंदर देश की सेवा करने का जुनून है।
आजाद भारत में अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर शासक
मैंने एक किताब पढ़ी भगत सिंह की जेल डायरी। जब भगत सिंह जेल में थे तब उन्होंने कई लेख लिखे थे वो सब इस किताब में है। उन्होंने कई लोगों को पत्र लिखे थे और अंग्रेजों ने यह पत्र बाहर लोगों को पहुंचाए। लेकिन जब मैं जेल गया तब मैंने LG साहब को एक ही पत्र लिखा था कि 15 अगस्त को मेरी जगह आतिशी को झंडा फहराने दिया जाए। लेकिन वो पत्र LG साहब को नहीं पहुंचाया गया और चेतावनी दी गई कि अगर अब आपने LG साहब को पत्र लिखा तो परिवार के साथ आपकी मुलाकात बंद कर दी जाएगी।
अंग्रेजों ने भी नहीं सोचा था कि आजाद भारत में 95 साल के बाद अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर और अत्याचारी शासक देश में आएगा। संदीप पाठक जब मुझसे मिलने आए और राजनीतिक बातें की तब उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। भगत सिंह जी ने फांसी पर चढ़ते वक्त कभी नहीं सोचा होगा कि एक ऐसा भारत भी होगा जिसमें इतनी क्रूर सरकार आएगी जो अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ देगी।
शराब नीति केस में केजरीवाल को मिली जमानत
दिल्ली शराब नीति केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार (13 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। फैसला जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सुनाया है। हालांकि, कोर्ट ने CBI की गिरफ्तारी को नियमों के तहत बताया। दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला सुरक्षित रख लिया था। CBI ने केजरीवाल को 26 जून को अरेस्ट किया था। दिल्ली CM ने इस गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए जमानत याचिका लगाई।
केजरीवाल के खिलाफ दो जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। ED मामले में दिल्ली CM को सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिल चुकी है।
ये भी पढ़ें- शक्ल, हेयरस्टाइल, चश्मा और मूंछें… CM अरविंद केजरीवाल का डुप्लीकेट है ये शख्स, ग्वालियर की सड़कों पर करता है यह काम