
भोपाल। हे भगवान…मंत्रालय को शार्ट सर्किट से बचाना नहीं तो बड़ी तबाही हो जाएगी। यह प्रार्थना मंत्रालय के ही कर्मचारी कर रहे हैं। उनकी चिंता इस बात की है कि वल्लभ भवन-1 के खाली शाखाओं में जिस तरह से कबाड़ भरा है, अगर शॉर्ट सर्किट हुआ तो सतपुड़ा भवन की आग की घटना से भी बड़ी तबाही हो सकती है। उधर, सामान्य प्रशासन विभाग ने 15 दिन के अंदर कबाड़ हटाने के निर्देश जारी किए हैं। बावजूद विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी बनी हुई है।
जांच कमेटी की रिपोर्ट, जल्द हटाएं कचरा और कबाड़
सतपुड़ा, विंध्याचल और वल्लभ भवन की सुरक्षा को लेकर बनाई गई चार जांच कमेटियों ने रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर जीएडी ने सभी 53 विभागों के प्रमुख सचिव और एसीएस को निर्देश दिए हैं कि पुराने अभिलेख, दस्तावेज, अनावश्यक, अनुपयोगी फर्नीचर, कम्प्यूटर, प्रिंटर, फोटोकॉपी मशीन, कूलर इलेक्ट्रिॉनिक उपकरण आदि अस्त-व्यस्त पाए गए हैं, इन्हें 15 दिवस में राइट ऑफ, डिस्पोजल अथवा अन्यत्र शिफ्ट करें।
1.तीसरी मंजिल,स्वास्थ्य विभाग
पुराने भवन की तीसरी मंजिल पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग का काफी हिस्सा खाली है। 90% कर्मचारी-अधिकारी नए भवन में बैठने लगे हैं। यहां एक हिस्से में फर्नीचर के साथ कबाड़ भर दिया गया है। फाइलें, नोटशीट, किताबें सहित अन्य सामानों का ढेर जमा है।
2. टेलीफोन तारों भरा एक्सचेंज
इसी मंजिल में टेलीफोन के तारों से भरा एक एक्सचेंज कबाड़ की तरह एक चेंबर में पड़ा है। इस चेंबर में कभी उप सचिव स्तर के अधिकारी बैठा करते थे। सतपुड़ा भवन में तारों के सहारे ही आग तीसरी मंजिल से चौथी, पांचवीं और छटवीं मंजिल पहुंची थी।
3.जनजाति कल्याण विभाग
पुराने भवन में जनजाति कार्य विभाग के हॉल में फाइलों के ढेर जहां-तहां लगे हैं। एक चेंबर में टूटी कुर्सियां और टेबल भरी हैं। यह कक्ष गैलरी से लगा हुआ है। फर्नीचर और अन्य सामान व्यवस्थि नहीं होने से आग जैसे हादसों को काबू करना कठिन हो सकता है।
सभी विभागों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। समय सीमा में अनुपयोगी सामान नहीं हटाया गया तो सीएस की समीक्षा बैठक में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होगी। -विनोद कुमार, एसीएस, सामान्य प्रशासन विभाग