
एंटरटेनमेंट डेस्क। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की आज 81वीं बर्थ एनिवर्सरी है। जो स्टारडम उन्होंने देखा वैसा किसी और एक्टर को मिला ही नहीं। उनका स्टारडम इस लेवल पर था कि उस दौर में पैदा हुए ज्यादातर लड़कों के नाम भी राजेश रखे जाने लगे थे। लड़कियां उनकी इस कदर से दिवानी थीं कि एक्टर की सफेद कार को चूमकर लाल कर देती थीं। एक्टर बॉलीवुड में 17 ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले पहले सुपरस्टार थे। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब काका चाहते थे कि उनकी फिल्म फ्लॉप हो जाए। इसके लिए उन्होंने कोशिश भी की। आइए जानते हैं एक्टर के स्टारडम और दीवानगी के किस्से।
टैलेंट हंट ने बदली किस्मत
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर, 1942 को अमृतसर में लाला हीरानंद खन्ना और चंद्ररानी के घर हुआ था। उनका असली नाम जतिन था, राजेश नाम तो उनके एक अंकल के कहने पर रखा गया था। 1947 में देश में विभाजन के बाद उनके घर की माली हालत खराब हो गई थी। जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें मुंबई में रहने वाले एक रिश्तेदार को सौंप दिया था। यहां आकर बचपन से ही राजेश खन्ना एक्टर बनने का सपना देखने लगे। एक्टर बनने की चाह 1965 में एक टैलेंट हंट ने पूरी की। इस हंट में राजेश ने एक डायलॉग सुनाकर बाजी मार ली थी और विनर बन गए।
एक्टर ने दी 100 हफ्तों तक थिएटर में चलने वाली पहली फिल्म
टैलेंट हंट जीतने के बाद एक्टर ने कई फिल्में कीं। उनकी पहली फिल्म ‘राज’ थी जो जीपी सिप्पी ने बनाई थी। इसके बाद चेतन आनंद ने उन्हें ‘आखिरी खत’ के लिए साइन किया। दोनों फिल्मों की शूटिंग पूरी होने के बाद उनकी फिल्म ‘आखिरी खत’ पहले रिलीज हो गई, जो कि फ्लॉप रही। 1969 ही वो साल था जिसने राजेश खन्ना को सफलता दी और उन्हें सुपरस्टार बना दिया। इस साल उनकी शर्मिला टैगोर के साथ फिल्म ‘आराधना’ रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने बड़े पर्दे पर कमाल कर दिया था। ‘आराधना’ 100 हफ्तों तक थिएटर में चलने वाली पहली फिल्म बन गई थी।
राजेश चाहते थे कि फ्लॉप हो जाएं फिल्में
एक समय ऐसा भी था कि राजेश अपने स्टारडम से परेशान हो गए थे। वो चाहने लगे थे कि उनकी कुछ फिल्में फ्लॉप हो जाएं। ‘हाथी मेरे साथी’ फिल्म भी उन्होंने फ्लॉप सोचकर ही की थी, क्योंकि इसकी स्क्रिप्ट उन्हें पसंद नहीं आई थी। लड़कियां उनके स्टाइल, उनकी मुस्कान पर फिदा थीं। आलम ये था कि लड़कियां उन्हें खून से खत लिखा करती थीं, जिसे पढ़ने के लिए राजेश खन्ना ने एक व्यक्ति को नौकरी पर रखा था। कुछ लड़कियों ने तो उनकी फोटो से शादी तक कर ली थी।
सिगरेट और शराब की लत से टूटा रिश्ता
कई लड़कियों को डेट करने के बाद राजेश खन्ना ने मार्च 1973 में डिंपल कपाड़िया से शादी की थी। उनकी दो बेटियां ट्विंकल और रिंकी खन्ना हैं। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद दोनों के रिश्तों में दरार आ गई थी। डिंपल अपनी दोनों बेटियों ट्विंकल और रिंकी को लेकर घर छोड़कर चली गईं थीं। इसकी वजह एक्टर की सिगरेट और शराब की लत थी। उन्होंने खुद को 14 महीनों तक घर में कैद कर लिया था। लगातार सिगरेट पीते रहते थे। बस इतना पूछते थे-‘ बच्चों ने आज क्या किया?’
एक्टर की फिल्में
राजेश खन्ना की बेस्ट फिल्मों की बात की जाए तो इसमें आराधना, कटी पतंग, आनंद, अमर प्रेम, हाथी मेरे साथी, औरत, बहारों के सपने, इत्तेफाक, डोली, दो रास्ते, सच्चा झूठा, आन मिलो सजना, अंदाज, बावर्ची, जोरू का गुलाम जैसी कई सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे 10 लाख से ज्यादा लोग
साल 2011 के दौरान राजेश खन्ना को कैंसर होने की जानकारी मिल गई थी, जून 2012 के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जिसके बाद वे ठीक होकर घर भी वापिस आ गए थे। उन्होंने एक ऐड की शूटिंग भी की थी। लेकिन तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां काका ने 18 जुलाई, 2012 को दुनिया को अलविदा कह दिया। राजेश खन्ना के निधन के बाद लोगों को उनके कैंसर पीड़ित होने की जानकारी मिली थी। उनके अंतिम संस्कार में करीब 10 लाख लोग शामिल हुए थे।
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