इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर : खनिज अधिकारी के बैंक लॉकर की लोकायुक्त ने ली तलाशी, लॉकर तोड़कर निकाले सोने-चांदी के गहने

इंदौर। मंगलवार सुबह देवास में पदस्थ खनिज अधिकारी मोहन खतेड़िया के यहां लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई की गई थी। जिसमें लाखों करोड़ों रुपए की संपत्ति के साथ कई प्लाटों के दस्तावेज भी लोकायुक्त को मिले थे। वहीं बुधवार दोपहर लोकायुक्त द्वारा खनिज अधिकारी की पत्नी के बैंक लॉकर की तलाशी ली गई। तलाशी में सोने के आभूषण और चांदी के आभूषण बैंक लॉकर में मिले हैं। वहीं लंबे समय से लॉकर ऑपरेट नहीं किया जा रहा था। इस कारण से ब्लॉक हो गया और उसे तोड़ने की कार्रवाई भी की गई।

लॉकर से निकले सोने-चांदी के गहने

लोकायुक्त बीएसपी आनंद यादव के अनुसार, बुधवार दोपहर महालक्ष्मी नगर स्थित केनरा बैंक में लोकायुक्त की टीम पहुंची थी। जहां पर लॉकर नंबर 44 का जब ताला खोलने की कोशिश की गई तो उसकी चाबी खनिज अधिकारी के पास नहीं थी। जिसके बाद लॉकर को तोड़ना पड़ा और उसमें सोने और चांदी के गहने निकले। लॉकर दिसंबर 2022 में आखरी बार ऑपरेट हुआ था और लंबे समय से बंद पड़ा हुआ था।जहां बैंक लॉकर अब सोना-चांदी उगलने लगे हैं। वहीं खनिज अधिकारी के बारे में अन्य जानकारी भी लोकायुक्त टीम जुटाने में लगी है।

24 घंटे तक चली कार्रवाई

मंगलवार शाम 7 बजे लोकायुक्त टीम की वापसी हुई। टीम को एक चौकाने वाली जानकारी मिली कि साल 2017 में देवगुराडिया स्थित खनिज अधिकारी ने एक क्रेशर प्लांट डाला था। जहां पर कमाई अधिक नहीं हुई तो वह प्लांट को उन्होंने सुपर कॉरिडोर पर शिफ्ट किया। मोहन सिंह का लड़का नयन सिंह इंजीनियर है और वह इस क्रेशर प्लांट की देखरेख करता है। वहीं लोकायुक्त को अब तक किसी प्रकार के क्रेशर प्लांट के कोई कागजात नहीं मिले हैं। मोहन खतेड़िया झाबुआ के पास के रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार कई खनन माफियाओं से इनके संबंध हो सकते हैं, लेकिन इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।

कार्रवाई के बाद प्रमुख सचिव को लिखा पत्र

मंगलवार को सुबह आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त ने दबिश दी थी। मोहन खतेड़िया को निलंबन करने के लिए विभाग के प्रमुख सचिव के साथ देवास कलेक्टर को भी पत्र लिखा जा चुका है।

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32 सालों में करोड़ों की संपत्ति बनाई

लोकायुक्त ने बताया कि, मोहन सिंह 1991 में निरीक्षक पद पर भर्ती हुए थे और वर्तमान में डीएसपी रैंक तक पहुंच गए थे। गिट्टी खदान की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है, रेत खदान का भी आंकड़ा जल्द सामने आ जाएगा। घर के बाहर दो लग्जरी गाड़ी भी थी। अन्य मकानों पर भी सर्चिंग के दौरान कुछ चार पहिया वाहन मिले हैं जिनकी कीमत भी जल्द जोड़ी जाएगी। अब तक वह इंदौर, देवास, धार, उज्जैन में पदस्थ रह चुके हैं।

(इनपुट- हेमंत नागले)

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