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India-Russia 2+2 Dialogue: भारत और रूस के बीच ‘AK-203 राइफल’ सौदे पर लगी मुहर, दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने किए हस्ताक्षर

देश के सैनिकों को जल्द ही एक बेहतरीन कलाश्निकोव राइफल मिलने जा रही है। राजनाथ की रूसी रक्षामंत्री के साथ इस मीटिंग में AK-203 राइफल को भारत में ही बनाने को मंजूरी दे दी गई है। दोनों मंत्रियों ने भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए उत्तर प्रदेश के अमेठी में इस असाल्ट राइफल को बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए।

भारतीय सुरक्षा बलों को मिलेगी बड़ी मदद

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने नई दिल्ली में आज एक बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच हुए समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 6,01,427 7.63×39 मिमी असॉल्ट राइफल AK-203 की खरीद के लिए अनुबंध, 2021-2031 से सैन्य-तकनीकी सहयोग के लिए कार्यक्रम जैसे समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। जिससे भारतीय सुरक्षा बलों को बड़ी मदद मिलेगी। यही नहीं अमेठी के विकास और रोजगार की उपलब्धता के लिहाज से भी इसे अहम माना जा रहा है।

भारत-रूस साझेदारी पूरे क्षेत्र में शांति लाएगी: राजनाथ सिंह

बैठक के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उभरती भू-राजनीतिक परिस्थितियों में आज वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन एक बार फिर हमारे देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी के महत्वपूर्ण महत्व की पुष्टि करता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा सहयोग हमारी साझेदारी के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। मुझे उम्मीद है कि भारत-रूस साझेदारी पूरे क्षेत्र में शांति लाएगी और क्षेत्र को स्थिरता प्रदान करेगी।  राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि भारत और रूस के संबंध बहुपक्षवाद, वैश्विक शांति, समृद्धि, आपसी समझ और विश्वास में एक सामान्य हित के आधार पर आधारित हैं।

रूस और भारत में 2+2 डायलॉग की बातचीत

दूसरी ओर भारत-रूस 2+2 अंतर-मंत्रालयी वार्ता के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत-रूस रक्षा कार्यकलापों में हाल के दिनों में अभूतपूर्व तरीके से प्रगति हुई है। हमें उम्मीद है कि रूस इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारत के लिए एक प्रमुख भागीदार बना रहेगा। वहीं रूसी रक्षा मंत्री इस समय के दौरान हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए रूस-भारत रक्षा सहयोग महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि रूस और भारत क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेंगे।

भारत में विदेश मंत्रियों ने कोहनी मिलाई

आज विदेश मंत्रियों का एक अलग अंदाज नजर आया। भारत और रूस के बीच 2+2 डायलॉग के लिए पहुंचे भारत और रूस के विदेश मंत्रियों ने हाथ के बजाय कोहनी मिलाकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। दरअसल, बढ़ते अमिक्रॉम वेरिएंट के खतरे के चलते हाथ न मिलाकर कोहनी मिलाई है।

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