परिसीमन आयोग ने जम्मू-कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन पर अपनी अंतिम रिपोर्ट गुरुवार को जारी कर दी है। रिपोर्ट के आधार पर परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने पर जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र होंगे। रिपोर्ट जारी होने के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव का रास्ता साफ हो गया है और संभावना जताई जा रही है कि इस साल नवंबर-दिसंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव कराए जा सकते हैं।
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जम्मू-कश्मीर की विधानसभा सीटें
- कुल सीटें : 90
- कश्मीर संभाग : 47
- जम्मू संभाग : 43
- अनुसूचित जाति : 07
- अनुसूचित जनजाति : 09
हर लोकसभा में 18 विधानसभाएं आएंगी
परिसीमन आयोग ने जम्मू-कश्मीर की लोकसभा सीटों में भी फेरबदल किया है। इसमें कश्मीर एवं जम्मू दोनों संभागों के हिस्से ढाई-ढाई लोकसभा सीटें होंगी। पहले जम्मू संभाग में उधमपुर डोडा व जम्मू तथा कश्मीर में बारामुला, अनंतनाग व श्रीनगर की सीटें थीं। नई व्यवस्था के तहत अनंतनाग सीट को अब अनंतनाग-राजोरी पुंछ के नाम से जाना जाएगा। यानी जम्मू सीट से दो जिले राजोरी व पुंछ निकालकर अनंतनाग में शामिल कर किए गए हैं। प्रत्येक लोकसभा सीट में 18 विधानसभा सीटें होंगी। उधमपुर सीट से रियासी जिले को निकालकर जम्मू में जोड़ा गया है।
जम्मू-कश्मीर में 7 विधानसभा सीटें बढ़ीं
रिपोर्ट के मुताबिक, विधानसभा की 7 सीटें बढ़ाई जानी हैं। इससे विधानसभा में सदस्यों की संख्या 83 से बढ़कर 90 की जानी हैं। केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले विधानसभा में सीटों की संख्या 87 थी, जिसमें 4 सीटें लद्दाख की थी। लद्दाख के अलग होने से 83 सीटें रह गईं, जो बढ़ने के बाद 90 हो जाएंगी। परिसीमन आयोग ने 7 सीटों में एक सीट कश्मीर और 6 सीटें जम्मू संभाग में बढ़ाई हैं।
आखिरी बार परिसीमन कब हुआ था ?
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार परिसीमन 1995 में हुआ था। उस समय जम्मू-कश्मीर में 12 जिले और 58 तहसीलें हुआ करती थीं। वर्तमान में प्रदेश में 20 जिले हैं और 270 तहसील हैं। पिछला परिसीमन 1981 की जनगणना के आधार पर हुआ था। इस बार परिसीमन आयोग 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन का काम कर रहा है।
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साल के अंत तक हो सकते हैं चुनाव
परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के बाद अब संभावना है कि नवंबर-दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो जाए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फरवरी में कहा था कि परिसीमन की प्रक्रिया जल्द पूरी होने वाली है। अगले छह से आठ महीने में विधानसभा के चुनाव होंगे। उन्होंने कहा था कि इसमें किसी प्रकार का कोई संदेह नहीं है। उन्होंने कहा था कि इसमें किसी प्रकार का कोई संदेह नहीं है।