भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल : बारिश को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक, बोले- सड़कें खराब हुईं तो जिम्मेदार होंगे सस्पेंड

भोपाल। बारिश के मौसम से पहले तैयारियों को लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शुक्रवार को बाढ़ आपदा राहत प्रबंधन के जिला अधिकारियों के साथ बैठक ली। कलेक्टर ने अफसरों को हिदायत दी कि बारिश में सड़कों में पानी भरा या सड़कें खराब हुईं तो जिम्मेदार सस्पेंड होंगे।

मीटिंग में फैसला लिया कि भोपाल में बारिश के दौरान बड़ा तालाब, केरवा और भदभदा डैम के कैचमेंट एरिया में ड्रोन से नजर रखी जाएगी। ये पहली बार होगा। ड्रोन सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। जब डैम ओवरफ्लो हो जाएंगे, तब ड्रोन खतरा टालने का काम करेंगे।

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सड़कों की मरम्मत की जाए

बारिश में शहर के लोगों को बाढ़ की स्थिति का सामना ना करना पड़े। इसके लिए अभी से ही नगर निगम द्वारा नाले, नालियों की साफ-सफाई शुरू करवा दी जाए। साथ ही जहां भी सड़के उखड़ी हुई हैं या पाइप लाइन बिछाने के दौरान सड़कें खोदी गई थी। सभी सड़कों की मरम्मत का काम बारिश से पहले पूरा किया जाए। बैठक में नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी ने नगर निगम की तैयारियों के बारे में बताया। होमगार्ड, पुलिस समेत अन्य जिम्मेदार अफसर भी मौजूद रहे। मीटिंग में निर्णय लिया कि डैम ओवरफ्लो होते हैं तो पानी धीरे-धीरे छोड़ा जाएगा।

शहर में जलभराव की स्थिति ना बनें

बारिश के दौरान हर साल शहर में जलभराव की स्थिति बनती है। कोलार, शिव नगर, करोंद, ऐशबाग, पुष्पानगर, अशोका गार्डन, गौतमनगर, छोला समेत कई इलाकों में कई फीट पानी भर जाता है। इस मुद्दे पर भी मीटिंग चर्चा की गई। कलेक्टर ने नगर निगम के अफसरों को इस पर काम करने को कहा। बारिश से पहले नालों की सफाई पर विशेष जोर दिया गया। इसके साथ ही कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों को भी निर्देश दिए की जिन उपकरणों की कमी है पहले से बताया जाए। ताकि जरूरत पड़ने पर मदद में कोई बाधा न आए। आपदा प्रबंधन और बाढ़ से बचाव से संबंधित उपकरणों की सूची भी सामने रखी गई।

बारिश में कैचमेंट एरिया की ड्रोन से की जाएगी निगरानी।

ड्रोन से रखी जाएगी नजर

राजधानी में पहली बार ड्रोन का उपयोग इमरजेंसी के दौरान किया जाएगा। इससे कई किमी का एरिया कवर होगा। बड़ा तालाब, केरवा और भदभदा डैम के कैचमेंट एरिया के साथ जलभराव वाले इलाकों पर भी ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

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