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VIDEO : बुरहानपुर में अतिक्रमण पर कार्रवाई, पानखेड़ा में करीब 800 झोपड़ों पर चला बुलडोजर; भारी पुलिस बल रहा मौजूद

बुरहानपुर। जिले पानखेड़ा गांव के पास अतिक्रमणकारियों ने ठिकाना बना रखा था, जो कि वन परिक्षेत्र नेपानगर के जंगल की अवैध कटाई करते थे। अतिक्रमणकारियों पर लगातार दूसरे दिन कार्रवाई जारी रही। रविवार को प्रशासन की टीम जंगल पहुंची। यहां वन भूमि पर अतिक्रमण कर करीब 700-800 झोपड़े (मकान) अवैध रूप से बने हुए हैं। जिनको तोड़ने की कार्रवाई की गई। इस दौरान ड्रोन से निगरानी की जा रही है।

एक साथ चली 8 जेसीबी

बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया पानखेड़ा का अतिक्रमण हटाया जा रहा है। रविवार को चार जिलों के एक हजार से ज्यादा जवानों के साथ एसपी राहुल लोढ़ा पानखेड़ा पहुंचे और एक साथ 8 जेसीबी चलाकर अतिक्रमण साफ करा दिया। सबसे पहले बाकड़ी में टॉस्क फोर्स पर हुए हमले के मुख्य आरोपी फूल सिंह का मकान ध्वस्त किया गया। बताया जाता है कि अतिक्रमणकारी इन्हीं झोपड़ों में रहकर जंगल की कटाई के साथ ही पुलिस की गतिविधियों पर नजर भी रखते थे। जिन्हें ध्वस्त कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान डीआइजी खरगोन तिलक सिंह और कलेक्टर भव्या मित्तल भी मौजूद थी।

वन चौकी से बंदूकें लूटने वालों के भी झोपड़े तोड़े

जानकारी के मुताबिक, एसपी राहुल लोढ़ा अपनी टीम के साथ तीन दिन से जंगल में डेरा डाल रखा है। तोड़े गए झोपड़ों में वन चौकी बाकड़ी से बंदूकें लूटने वाले फूल सिंह और रेव सिंह के भी कई झोपड़े शामिल थे। वहीं एसपी ने बताया कि कार्रवाई से पहले ही अतिक्रमणकारी पानखेड़ा छोड़ कर भाग गए थे। इससे पहले पुलिस फोर्स ने शनिवार कों सीवल और चारणवाड़ी गांव में कार्रवाई करते हुए अवैध अतिक्रमण कर बनाए गए 18 मकानों को ध्वस्त किया था। रविवार को भी सीवल गांव में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।

थाने पर हमला कर आरोपियों को छुड़ाया था

दरअसल, गुरुवार रात करीब तीन बजे के आसपास 60 से ज्यादा अतिक्रमणकारी नेपानगर थाने में हमला कर हेमा मेघवाल सहित तीन साथियों को छुड़ा ले गए थे। उसे गुरुवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। हेमा पर बाकड़ी वन चौकी से बंदूकें लूटने के मामले में न सिर्फ प्रकरण दर्ज था, बल्कि उस पर 32 हजार का इनाम भी घोषित था। इसके बाद शनिवार को प्रशासन ने सीवल गांव में कार्रवाई की थी।

गांव को छावनी में तब्दील

इसके बाद शनिवार को प्रशासन ने सीवल गांव में कार्रवाई की थी। अतिक्रमण हटाने के दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने पर पुलिस ने 18 महिलाओं और 5 पुरुषों को गिरफ्तार किया गया। पूरी कार्रवाई के दौरान गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। यहां पुलिस, एसएएफ सहित 1 हजार से ज्यादा का फोर्स तैनात रहा। पानखेड़ा के जंगल में अतिक्रमणकारियों का लीडर बने फूल सिंह की रविवार को सबसे पहले टपरी तोड़ी गई।

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