
हेमंत नागले, इंदौर। शहर में सैकड़ों की तादाद में अवैध कॉलोनी और लगातार इन कॉलोनियों में रहने वाले रहवासी भू-माफियाओं से परेशान हैं, क्योंकि मोटी कीमत देने के बाद भी रहवासियों को अब तक अपने घर के कब्जे नहीं मिले और जिन्हें कब्जे मिले हैं वहां और विकसित कॉलोनियां हैं। इंदौर के ऐसे कई भू-माफिया हैं, जो शहर में सक्रिय हैं अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। जिसको लेकर इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र एमआर-11 स्थित स्टेट कॉलोनी के रहवासी संघ पुलिस कमिश्नर के पास पहुंचे। जहां उन्होंने भू-माफिया के खिलाफ आवेदन देकर संबंधित मामले में कार्रवाई करने की बात कही। पुलिस द्वारा 7 दिन का आश्वासन दिए जाने की बात कही गई है।
पुलिस कमिश्नर के आश्वासन के बाद इंसाफ की उम्मीद
रहवासी संघ के व्यक्ति द्वारा बताया गया कि अरुण डागरिया और महेंद्र जैन जिसने एमआर-11 स्थित प्रिंसेस स्टेट कॉलोनी बनी हुई है, लगभग 25 वर्ष पहले इस कॉलोनी को इंदौर के दो भूमाफिया महेंद्र जैन नगरिया द्वारा 960 भूखंडों को काटा गया था। जहां पर एक ही भूखंड की जहां डबल रजिस्ट्री कर दी, वहीं जिन भूखंड मालिक को भूखंड मिले हैं उन पर विकास नहीं हुआ है। कभी भी कोई भी व्यक्ति अपना विक्रय पत्र या रजिस्ट्री लेकर पहुंचता है और रहवासी संघ से कई बार नोक-झोंक हो जाती है। जहां अरुण डागरिया इंदौर का बड़ा भू-माफिया है, जिसके खिलाफ सैकड़ों की तादाद में शिकायतें भी हैं।
रहवासी संघ द्वारा यह भी आरोप लगाया गया कि 100 से अधिक शिकायतें अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो माफियाओं के खिलाफ की जा चुकी हैं, लेकिन उसके बावजूद भी अब तक पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं, पुलिस कमिश्नर के आश्वासन के बाद ही शायद अब रहवासियों को कुछ इंसाफ मिलने की उम्मीद है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) May 2, 2023