पीपुल्स संवाददाता. भोपाल। बिलखिरिया इलाके में एक तेज रफ्तार कार ने घर के दरवाजे पर बैठी 2 साल की मासूम बच्ची को टक्कर मार दी। घटना के बाद कार सवार युवकों ने परिजनों के साथ बच्ची को इलाज के लिए निजी अस्पताल पहुंचाया और उसके बाद पैसों का इंतजाम करने का कहकर भाग निकले। परिजन उसे हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां कुछ घंटों तक चले इलाज के बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया। उसके सिर में गंभीर चोट आई थीं। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ केस दर्ज कर वाहन जब्त कर लिया है।
थाना प्रभारी उमेश सिंह चौहान के मुताबिक संदीप अहिरवार ग्राम छोटी खजूरी जबरनपुरा में रहते हैं और आगर मालवा में प्रायवेट काम करते हैं। उनकी दो बच्चियां मुस्कान (2 साल) और बड़ी बेटी चेतना अपने दादा नाथूराम और दादी शीलाबाई के साथ रहती हैं। बच्चियों की मां लक्ष्मी अहिरवार पिछले करीब छह महीने से अपने मायके में रह रही है। संदीप का मकान गांव में मेन रोड पर है। यह रास्ता करीब बारह फीट चौड़ा कांक्रीट का बना हुआ है। रोड के किनारे इन दिनों नाली बनाने का काम चल रहा है। शुक्रवार की शाम करीब पांच बजे मुस्कान घर के दरवाजे पर बैठी खाना खा रही थी। इसी बीच तेज रफ्तार से आई एक बलेनो कार मकान की दीवार से टकरा गई, जिससे मुस्कान को टक्कर लग गई। सिर के बल गिरने के कारण उसे गंभीर चोट आई थी। बच्ची की चीख सुनकर परिजन और आसपास के लोग पहुंच गए और कार को रोक लिया। कार में दो युवक सवार थे। वह परिजनों के साथ बच्ची को लेकर रायसेन रोड स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे और पैसों का इंतजाम करने के बहाने वहां से भाग निकले।
हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराने के बाद परिजन बच्ची को लेकर हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां कुछ घंटों तक चले इलाज के बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया। अस्पताल से मिली सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शनिवार को पीएम के बाद लाश परिजन को सौंप दी गई। हादसे के समय बच्ची के पिता संदीप शहर से बाहर थे, वह भी शनिवार को पहुंच गए थे।