
मप्र के नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में शुक्रवार को ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहुंचकर ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
समाधि स्थल पर पूजन कर लिया आशीर्वाद
इस दौरान गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सहित कई नेताओं ने समाधि स्थल पर पूजन किया। मुख्यमंत्री समेत सभी नेताओं ने ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद सरस्वती, द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती, निज सचिव ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद सरस्वती का आशीर्वाद लिया।
सेवा के कार्यों का सदैव संचालन किया : सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि परम पूज्य ब्रह्मलीन जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने सनातन संस्कृति के लिए पूरा जीवन समर्पित किया। वह दीन, दुखियों, दलितों और शोषितों के लिए वह पूरे जीवनभर कार्य करते रहे। चाहे वह झारखंड विश्व कल्याण आश्रम हो या अलग-अलग राज्यों में जनजातियों के कल्याण के कार्य हो वह जीवन भर कार्य करते रहे। चिकित्सालय, विद्यालय, संस्कृत पाठशाला और अनेक सेवा के कार्यों का उन्होंने सदैव संचालन किया।
स्वामी जी ने देश को जगाने का कार्य किया : सीएम
सीएम शिवराज ने कहा, ब्रह्मलीन जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने समान नागरिक संहिता, अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण, गोरक्षा जैसे विषयों पर उन्होंने सदैव देश को जगाने का कार्य किया। अध्यात्म जगत का सूर्य अस्त हुआ है, उनके चेहरे का तेज, वाणी का ओज उनके ब्रह्मलीन होने के बाद भी सदैव दिखाई देता है, मैं उनके चरणो में प्रणाम करता हूं।
500 जवानों को सुरक्षा में किया तैनात
परमहंसी में देश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालु, अतिविशिष्ट लोगों, जनप्रतिनिधियों का आना हो रहा है। शुक्रवार को परमहंसी में श्रद्धाजंलि सभा एवं भंडारे का कार्यक्रम हो रहा है। लोगों की अधिक आवाजाही से गोटेगांव से परमहंसी तक सड़कों पर हर तरफ वाहनों की भीड़ दिख रही है। बड़ी संख्या में लोगों की पैदल आवाजाही हो रही है।
शंकराचार्य नेत्रालय के पीछे तरफ मंच बनाया गया है। वहीं वाहनों और पैदल आवाजाही के लिए दो अलग-अलग रूट बनाए गए हैं। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रो के अधिकारियों के साथ ही यहां करीब 500 जवानों का बल सुरक्षा में तैनात किया गया है।
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