
मप्र में लोकायुक्त की कार्रवाई के बावजूद अधिकारी-कर्मचारी घूस लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को उज्जैन में लोकायुक्त की टीम ने साइबर सेल के आरक्षक प्रवीण चौहान को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। आरक्षक ने रिश्वत नहीं देने पर होटल संचालक को जुए में फंसाने की धमकी दी थी।
जुए के झूठे केस में फंसाने की दी धमकी
जानकारी के मुताबिक, आवेदक देवेश अस्थाना निवासी शास्त्री नगर होटल संचालित करता है। अस्थाना से साइबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रवीण चौहान जुआ चलाने के नाम पर 10 हजार रुपए की बंदी मांग रहा था। आरक्षक ने अस्थाना को धमकी दी थी कि अगर उसने रुपए नहीं दिए तो वह उसे जुए के झूठे केस में फंसा देगा। जिससे परेशान होकर अस्थाना ने लोकायुक्त को शिकायत की थी।
आरक्षक को रंगे हाथ पकड़ा
लोकायुक्त ने आरक्षक और अस्थाना की बातचीत को रिकॉर्ड किया। रविवार को देवेश ने प्रधान आरक्षक को रिश्वत के रुपए देने के लिए अपने शास्त्री नगर स्थित घर के समीप बुलाया था। जैसे ही आरक्षक ने घूस के रुपए लिए लोकायुक्त ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।
कार्रवाई के दौरान टीआइ बसंत श्रीवास्तव, बलवीर सिंह यादव, एएसआइ जागन सिंह, आरक्षक संदीप विशाल, सुनील, उमेश, हितेश ने कार्रवाई को अंजाम दिया है। आरोपी के विरुद्ध भष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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