
गुरदासपुर। भारत की ओर से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद गुरदासपुर स्थित करतारपुर कॉरिडोर को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। यह वही कॉरिडोर है जिससे भारतीय सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन करने जाया करते हैं। बुधवार को 491 श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए जाना था, जिनमें से 170 श्रद्धालुओं को इमिग्रेशन चेक पोस्ट से लौटा दिया गया।
एयर स्ट्राइक के बाद लिया गया निर्णय
भारत में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों को वीजा देने और भारत में उनकी उपस्थिति पर रोक लगा दी थी, लेकिन करतारपुर कॉरिडोर को तब बंद नहीं किया गया था। हालांकि, 6 मई की रात भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर कॉरिडोर को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। अब यह फैसला अगली सूचना तक प्रभावी रहेगा।
2019 में खोला गया था कॉरिडोर
9 नवंबर 2019 को गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर खोला गया था। गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान के नारोवाल जिले स्थित श्री दरबार साहिब गुरुद्वारा तक यह 4.5 किमी लंबा कॉरिडोर सिख श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक सौगात बना। दोनों देशों के बीच यह समझौता 2029 तक लागू है, जिसके तहत भारतीय श्रद्धालु बिना वीजा के दर्शन कर सकते हैं।
हमले के बाद घट रही थी श्रद्धालुओं की संख्या
पहलगाम हमले के बाद से ही करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट देखी गई थी। 23 अप्रैल को जहां 408 श्रद्धालु कॉरिडोर से पाकिस्तान गए थे। 28 अप्रैल को यह संख्या घटकर मात्र 133 रह गई। यह लगभग 60% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि SGPC के सचिव प्रताप सिंह ने श्रद्धालुओं से यात्रा जारी रखने की अपील की थी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों का भरोसा दिया था।