
जकार्ता। इंडोनेशिया में उत्तरी मलुकु प्रांत के टोबेलो में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर 6.6 तीव्रता मापी गई। मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक, वहां के पूर्वी प्रांत पश्चिमी पापुआ में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया। अमेरिका भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप 9:45 GMT पर आया और इसका केंद्र उत्तरी मलुकू प्रांत के हलमहेरा द्वीप पर जमीन के 35 किलोमीटर अंदर रहा। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
तीन से चार बार महसूस हुए भूकंप के झटके
एजेंसी ने बताया, भूकंप का केंद्र रानसिकी शहर से 46 किमी दक्षिणपूर्व में और समुद्र तल से 11 किमी की गहराई में स्थित था। एजेंसी ने कहा कि भूकंप की तीव्रता रानसिकी शहर में तीन से चार महसूस की गई। भूकंप को लेकर सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई। भूकंप से जानमाल के नुकसान की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
https://twitter.com/DisasterTrackHQ/status/1777643450751442955?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1777643450751442955%7Ctwgr%5E8a43b7b0360271e1267bd809da5a1d98c6ebb5ee%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.abplive.com%2Fnews%2Fworld%2Fearthquake-in-indonesia-magnitude-6-6-shocks-jolts-eastern-indonesia-united-states-geological-survey-2661190
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
- 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
- वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
- 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
- 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
- 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
- 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
- 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
- 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।
One Comment