
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप कि वजह से अब तक 46 लोगों की मौत की खबर, जबकि 700 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई। अधिकारियों के मुताबिक, लगभग एक दर्जन इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं।
कहां था भूकंप का केंद्र
मौसम और भूभौतिकी एजेंसी के अनुसार, भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के सियांजूर में 10 किमी (6.2 मील) की गहराई में था। हालांकि, इसके कारण सुनामी आने की कोई संभावना नहीं जताई गई है।
कुछ दिन पहले भी आया था भूकंप
इससे पहले 18 नवंबर को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तिव्रता 6.6 मापी गई थी। जानकारी के मुताबिक भूकंप शाम 7 बजकर 7 मिनट (भारतीय समयानुसार) पर आया। इसकी गहराई 20 किमी जमीन के अंदर थी।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) November 21, 2022
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
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कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
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किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।