नई दिल्ली। WhatsApp ने नए IT नियमों को फॉलो करते हुए अपनी दूसरी कंप्लायंस रिपोर्ट जारी कर दी है। कंपनी ने 16 जून से 31 जुलाई 2021 के बीच 30 लाख से ज्यादा इंडियन अकाउंट्स बैन कर दिए हैं। कंपनी ने पिछले महीने अपनी पहली मासिक सुरक्षा रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट में, WhatsApp ने खुलासा किया था कि उसने 15 मई से 15 जून के बीच भारत में कम से कम दो मिलियन (20 लाख) अकाउंट को बैन किया था।
WhatsApp की रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक भारतीय अकाउंट की पहचान +91 फोन नंबर के जरिए की जाती है। WhatsApp ने कहा है कि 95% से ज्यादा बैन ऑटोमेटेड या बल्क मैसेजिंग (स्पैम) के गलत इस्तेमाल करने की वजह से हैं। दरअसल ये कदम WhatsApp की तरफ से इसलिए उठाया गया क्योंकि प्लेटफॉर्म पर ग्लोबल एवरेज पर गलत तरीके से अकाउंट का इस्तेमाल करने वाले 8 मिलियन अकाउंट हैं।
WhatsApp ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा कि उसे 16 जून से 31 जुलाई के दौरान अकाउंट सपोर्ट (137), बैन अपील (316), प्रोडक्ट सपोर्ट (64), अन्य सपोर्ट (45) और सेफ्टी (32) में 594 यूजर रिपोर्ट मिली हैं। इस अवधि के दौरान 74 अकाउंट्स पर कार्रवाई की गई। WhatsApp ने बताया कि “एकाउंट्स एक्शन” उन रिपोर्टों को दर्शाता है जहां उसने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की।
WhatsApp ने अकाउंट बैन करने की बताई ये वजह
WhatsApp द्वारा इन खातों पर बैन लगाने के पीछे नुकसानदेह कंटेंट शेयर करना बताया है। WhatsApp के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि सालों से, हमने अपने यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य अत्याधुनिक तकनीक, डेटा वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों और प्रक्रियाओं में लगातार निवेश किया है। WhatsApp ने बताया कि बैन किए गए खाते स्पैम फैलाते थे। इसके साथ ही उन खातों पर भी कार्रवाई की गई है जिसे लेकर शिकायत की गई थी। कुछ खातों को आपत्तिजनक संदेश की वजह से बैन किया गया। अगर कोई शख्स दूसरे यूजर्स को स्पैम मैसेज भेजता है तो अकाउंट पर प्रतिबंध लग सकता है। इसके साथ ही हिंसा भड़काने वाले लोगों या मैसेज के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाने का प्रावधान है।
खाते को रखना है सुरक्षित तो आपत्तिजनक कंटेंट से बचें
अगर कोई शख्स इस प्लेटफॉर्म पर किसी को डराने या धमकाने का काम करता है तो भी खाते पर बैन लगाया जा सकता है। अपने खाते को बैन से बचाने के लिए किसी तरह के भड़काऊ मैसेज या गैर जरूरी मैसेज न भेजें।