जबलपुरमध्य प्रदेश

CM शिवराज बोले- रानी दुर्गावती की शौर्य गाथा पाठ्यक्रम में होगी शामिल, जबलपुर में वीरांगना की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

जबलपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर जबलपुर स्थित समाधि स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही पौधरोपण भी किया। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती की शौर्य गाथा पाठ्यक्रम में शामिल होगी।

जनजातीय नायकों का सर्वोच्च सम्मान MP में हुआ : सीएम

सीएम शिवराज ने बोले, मुझे ये कहते हुए गर्व है कि जनजातीय नायकों का सर्वोच्च सम्मान अगर कहीं हुआ है तो वह हमारी सरकार में हुआ। रानी दुर्गावती जी की समाधि हो। रघुनाथ शाह, शंकर शाह जी का स्मारक बनाने का काम हो। भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन हो। सदैव हमने आगे बढ़कर काम किया है। वीरांगना रानी दुर्गावती जी की शौर्यगाथा को पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे।

वीरांगना नारी सशक्तिकरण की प्रतीक हैं : सीएम

हम सबको रानी दुर्गावती के जीवन से स्वाभिमान के साथ जीने और मातृभूमि की सेवा की प्रेरणा मिलती है। वीरांगना रानी दुर्गावती जी स्वाभिमान और नारी सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उन्होंने अकबर की अधीनता स्वीकार करने की बजाए डटकर मोर्चा लिया और जब एक तीर गले में आकर लग गया तो स्वयं अपनी जान दे दी, लेकिन नारी सम्मान पर आंच नहीं आने दी।

जबलपुर में 52 तालाब बनवाए : सीएम

हमारे वो भाई-बहन जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं उनको सुशासन देकर सबके साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। जनजातीय बंधुओं को अधिकार देने के लिए हमने पेसा एक्ट लागू करने का फैसला किया। सामुदायिक वन प्रबंधन का अधिकार देने का काम किया। रानी दुर्गावती वीरांगना, कुशल प्रशासक, जनता की सेविका होने के साथ-साथ जल प्रबंधन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया। जबलपुर में उन्होंने अकेले 52 तालाब बनवाए।

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