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अयोध्या : पहली बार रामलला के ‘दरबार’ में योगी कैबिनेट की बैठक, जानें 9 नवंबर के खास मायने

अयोध्या। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की कैबिनेट बैठक आज यानी 9 नवंबर को अयोध्या में हो रही है। योगी कैबिनेट की बैठक सरयू नदी के किनारे स्थित कथा मंडपम में आयोजित हो रही है। यह बैठक अहम मानी जा रही है, क्योंकि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ राम मंदिर के निर्माण समेत अयोध्या के विकास में व्यक्तिगत रूप से नजर रहे हैं।

9 नवंबर की तिथि इस मायने में खास है, क्योंकि इसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 में बाबरी मस्जिद- राम जन्मभूमि मामले में अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ था।

9 नवंबर का एक और महत्व भी है

राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के अलावा 9 नवंबर का एक और महत्व भी है। दरअसल, साल वर्ष 1989 में 9 नवंबर को ही विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर के लिए शिलान्यास किया था। यह दुर्लभ ही है कि राज्य कैबिनेट की बैठक राज्य की राजधानी से बाहर हो।

लखनऊ के बाहर पहले भी हुई कैबिनेट की बैठक

ये पहली बार नहीं है जब कैबिनेट की बैठक लखनऊ से बाहर हो रही है। इससे पहले 2019 में कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में योगी कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में कैबिनेट ने मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। सूत्रों का यह भी कहना है कि आने वाले दिनों में योगी कैबिनेट की बैठक वाराणसी और मथुरा में भी हो सकती है।

बैठक से पहले हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में की प्रार्थना

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक नगरी अयोध्या में कैबिनेट की बैठक से पूर्व, अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में प्रार्थना की। योगी आदित्यनाथ और उनके कैबिनेट के साथी आज सुबह अयोध्या पहुंचे और हनुमान गढ़ी मंदिर गए और फिर राम मंदिर की ओर बढ़े। राम मंदिर में अगले साल के शुरू में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रस्तावित है। देखें वीडियो…

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