भोपालमध्य प्रदेश

आज वर्ल्ड टूरिज्म डे : टूरिज्म लौट रहा पटरी पर, गोवा और कश्मीर बने पहली पसंद

भीड़ से दूर रहने के लिए मुख्य शहरों के पास की लोकेशन पर जाना पसंद कर रहे टूरिस्ट

प्रीति जैन, भोपाल। शोर-शराबे और चमकदमक वाले टूरिस्ट स्पॉट्स की बजाए इस साल सभी अपने शहर के आसपास या प्रदेश की हेरिटेज वैल्यू में महत्व रखने वाली लोकेशंस या देश की ग्रीन वैलीज में घूमना प्रिफर कर रहे हैं। कोई ग्यारसपुर, महेश्वर, गाडरमल, चंदेरी तो कोई ओरछा, उदयगिरि, पातालपानी और महू, मांडू का रुख कर रहे हैं। कोई गोवा और कश्मीर के आसपास के डेस्टिनेशन का। वर्ल्ड टूरिज्म डे(27 सितंबर) पर जाने हाल में घूमने फिरने गए शहरवासियों के नए ट्रैवलिंग ट्रेंड्स।

 

मैं हाल में कश्मीर गई थी और वहां के लोगों से बात की तो पता चला कि अब जाकर उनका रोजगार वापस शुरू हुआ है। पर्यटक अब आ रहे हैं और स्टे कर रहे हैं। अब मुख्य लोकेशंस के आसपास के ग्रीन वैलीज को चुना जा रहा है ताकि लोग एक-दूसरे से दूर-दूर हो। मैं कश्मीर में हिलालशाहजी, बूटा पथरी, गुलमर्ग, अनंतनाग, अरु वैली के आसपास के गांव गई। इसके बाद लेह गई यहां बहुत कम भीड़भाड़ है लेकिन पर्यटक लगातार आ रहे हैं।

-भक्ति शर्मा, युवा सरपंच

 

साउथ गोवा में क्राउड कम,इस वजह से टूरिस्ट कर रहे प्रिफर मैं एक महीने गोवा में रहकर आई हूं। वहां अभी भी कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर फॉलो किया जा रहा है। पब्लिक प्लेस पर बिना मास्क के दिखने पर पुलिस आ जाती है। लोग साउथ गोवा जाना प्रिफर कर रहे हैं क्योंकि यहां
क्राउड कम रहता है। एडवेंचर स्पोर्ट्स में पैरासिलिंग ही चालू है बाकी क्रूज अभी बंद है। नाईट मार्केट अभी बंद हैं।\

-नीता दीप वायजेपी, आर्टिस्ट

लद्दाख और गोवा के टूरिस्ट प्लेस इस समय पीक पर वैक्सीनेशन के बाद से ट्रैवल मार्केट 20 प्रतिशत उठने लगा है। अभी इस समय लद्दाख,कश्मीर और गोवा पीक पर है। साथ ही दीपावली की बुकिंग भी अभी से होने लगी है जहां नॉर्थ ईस्ट की जगहें,जिसमें गंगटोक
और दार्जिलिंग ऊपर है। वहीं इंटरनेशनल ट्रिप्स में दुबई और मालदीव्स अभी पहली पसंद बना हुआ है।

– कार्तिक जैन, ट्रैवल एजेंट

 

2021 के टॉप ट्रैवल ट्रेंड….

सोलो ट्रेवल: डिजिटल ट्रैवलकंपनी बुकिंग डॉट कॉम के मुताबिक कोरोना महामारी के चलते सोलो ट्रैवल का क्रेज बढ़ है।
वीकेंड ट्रेवल:2021 में शॉर्ट ब्रेक पर जाना पसंद किया जा रहा है। अब वीकेंड पर आसपास की हेरिटेज साइट्स को पसंद कर रहे हैं।
रूरल ट्रेवल:किसी भी लोकेशन पर जाकर स्थानीय समुदाय का खानपान और रहन-सहन जानना। चंदेरी व माहेश्वरी जैसी जगहों पर लोग वीवर्स के घर व क्लस्टर पर जाकर स्थानीय लोगों से मिलते हैं।

कोविड एक स्पीड ब्रेकर, फिर दौड़ेगा ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर

41 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब सबसे कम पर्यटक विदेशी पर्यटन स्थलों पर आए हैं। मैं पिछले कई सालों से दुनिया घूम रहा हूं। अब तक 105 देशों के 220 शहरों की यात्रा कर चुका हूं, जिसमें से मेरे 4 पासपोर्ट भरे जा चुके हैं।आजकल लोगों के बीच ट्रैवलिंग का बहुत क्रेज है, आप जितने अलग-अलग लोगों से मिलते हैं आपको अपने जीवन में उतना ही सीखने को मिलता है। वर्ल्ड टूरिज्म आॅर्गनाइजेशन की रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में साल भर में करीब 1 करोड़ टूरिस्ट आते हैं, उसका 20%तक मार्च-अप्रैल में आ जाते हैं; वीजा पर प्रतिबंधों से सरकार को 33 से 34 हजार करोड़ का नुकसान संभव है। मई 2021 तक कम विदेशी पर्यटकों के आगमन के साथ कोविड की दूसरी लहर
ने भारत के पर्यटन को प्रभावित किया। लगभग 3.89 लाख विदेशी पर्यटक, जिनमें से अकेले मार्च में एक लाख से अधिक पर्यटक आए, इस वर्ष जनवरी से मई तक पिछले वर्ष की समान अवधि में 24.72 लाख दर्ज किए गए थे। अब फिर से विदेश का टूरिज्म पटरी पर लौट रहा है जो एक अच्छा साइन है।
(जैसा की वर्ल्ड ट्रैवलर और आंत्रप्रेन्योर आबिद फारुकी ने लंदन से टेलीफोन पर बताया)

 

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