भोपाल। परिवर्तनशील युग में फिजियोथैरेपीविधा में भी लगातार परिवर्तन हुए है। देश-विदेश में कार्यरत सभी फिजियोथैरेपिस्ट इन नवीनतम और उन्नत तकनीकों का उपयोग कर मरीजों का इलाज कर मानव सेवा एवं स्वास्थ्य सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। पीपुल्स कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर में इंटरनेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया। विक्टोरिया यूनिवर्सिटी कम्पाला युगांडा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर कृष्णा एन. शर्मा प्रोग्राम के इंटरनेशनल स्पीकर रहे।
डॉ. शर्मा वर्तमान में वर्चुअल एकेडमी इंटरनेशनल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर है। उन्होंने फिजियोथैरेपी के विद्यार्थियों को रिसर्च के लिए मोटिवेट करते हुए रिसर्च में आने वाली सामान्य बाधाओं को दूर करने की इफेक्टिव प्लानिंग की जानकारी दी। फिजियो मेघना दवे वर्तमान में बेंगलुरु में कार्यरत है एवं एक सफल यूट्यूबर है। अपने व्याख्यान में बताया कि यह चेहरे पर होने वाला लकवा वायरल,लोकल कूलिंग, डायबिटीज आदि के कारण हो सकता है। कानपुर उत्तर प्रदेश की क्लिनिकल फिजियो और पीपुल्स पैरामेडिकल कॉलेज की एलुमनाई डॉ. नैंसी केसरवानी ने ईसीजी बायोफीडबैक के व्याख्यान में न्यूरो रिहैबिलिटेशन में महत्व के बारे में बताया।
पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी की सेकंड ईयर की स्टूडेंट पुरु चौरसिया ने बेल्स पाल्सी फिजियोथैरेपी उपचार की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी की प्रथम वर्ष की छात्रा सोमल बोपचे ने वीडियो मेकिंग में प्रथम स्थान तथा शाहीन अली ने पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया । कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए संस्था के प्रिंसिपल डॉ. पीआर सुरेश ने कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर सहायक प्राध्यापिका डॉ. मैत्री चतुर्वेदी व स्टूडेंट्स का आभार व्यक्त किया।