
जबलपुर। ई-रिक्शा में सवार होकर जा रही महिला को हाथ बाहर निकालना भारी पड़ गया। महिला ई-रिक्शा से घर लौट रही थी, तभी में बगल से निकले ट्रक से हाथ टकरा गया और हाथ कटकर करीब 300 मीटर दूर जा गिरा। घटना के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं कटा हाथ सड़क पर देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला का कटा हाथ अस्पताल पहुंचाया।
लेकिन, डॉक्टर का कहना है कि हाथ कटने के बाद एक घंटे से ज्यादा समय हो गया। ऐसे में हाथ की कोशिकाओं ने काम करना बंद कर दिया। अब हाथ नहीं जोड़ा जा सकता है।
ग्वारीघाट से घर लौट रही थी महिला
गोहलपुर थाना पुलिस ने बताया कि पनागर निवासी नीतू पटेल (32) अपने दो बच्चों के साथ गुरुवार दोपहर को ग्वारीघाट मां नर्मदा के दर्शन के लिए गई थी। वहां से वापस अपने घर जा रही थी। उसके साथ उसकी बहन भी थी। उन्होंने दमोह नाका से रिक्शा बदला और फिर दूसरे ई-रिक्शा में बैठकर पनागर जा रही थी। नीतू का हाथ ई रिक्शा से बाहर निकला था। महिला जैसे ही संस्कार सिटी के पास पहुंची तो सामने से आ रहे तेज रफ्तार एक ट्रक का धारदार हिस्सा महिला के सीधे हाथ से टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि नीतू का हाथ कोहनी से कट गया। थोड़ी ही देर में महिला बेहोश हो गई और ई-रिक्शा खून से सन गया। खून से लथपथ नीतू को बहन अस्पताल लेकर रवाना हुई, इस दौरान उसका कटा हुआ हाथ वहीं गिर गया।
सड़क किनारे पड़ा मिला हाथ, अस्पताल भेजा
जब नीतू को अस्पताल में भर्ती कराया, तो पता चला कि कटा हुआ हाथ है ही नहीं। इधर, इसी दौरान स्थानीय लोगों की नजर सड़क किनारे पड़े कटे हाथ पर पड़ी। उन्होंने इसकी सूचना गोहलपुर पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही गोहलपुर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्कों मौके पर पहुंचीं। महिला का हाथ मौके से 300 मीटर दूर गाजीनगर के पास सड़क किनारे हुए पड़ा मिला। पुलिस ने कटे हाथ को कब्जे में लिया और फिर तुरंत अस्पताल लेकर गए। फिलहाल अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गई है।