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पेगासस ने सबकी जान खतरे में डाल दी, यह इमरजेंसी से भी गंभीर मामला : ममता

नई दिल्ली। पांच दिन के दिल्ली दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर जोरदार प्रहार किया है। बुधवार को उन्होंने जासूसी मुद्दे को इमरजेंसी से भी गंभीर करार दिया। ममता ने कहा कि मेरा फोन पहले ही टेप हो चुका है। अगर मेरे भतीजे अभिषेक मुखर्जी का फोन टेप हो जाता है और मैं उससे बात कर रही हूं, तो मेरा फोन भी अपने आप टेप हो जाता है। पेगासस ने सभी की जान खतरे में डाल दी है। एक दिन पहले मंगलवार को ममता ने पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर पेगासस जासूसी मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी।

विपक्ष का चेहरा बनाए जाने संबंधी सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा-‘मैं राजनीतिक ज्योतिषी नहीं हूं। यह स्थितियों पर निर्भर करता है। अगर कोई और नेतृत्व करता है तो उससे कोई समस्या नहीं है। संसद सत्र के बाद सभी विपक्षी दलों को आपस में मुलाकात करनी चाहिए।’

ममता ने कहा कि पूरे देश में खेला होगा। यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। वर्ष 2024 में जब आम चुनाव आएंगे तो यह मोदी बनाम देश होगा। विपक्ष मजबूत होगा तो इतिहास रचेगा। 2024 चुनावों के लिए यही हमारी उम्मीद है।

राजनीतिक आंधी कोई रोक नहीं पाएगा
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वे एक साधारण कार्यकर्ता हैं और एक कार्यकर्ता ही बनी रहना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि उनके सभी विपक्षी नेताओं से अच्छे संबंध हैं और देश में अगर राजनीतिक आंधी आई तो उसे कोई रोक नहीं सकेगा। अगर विपक्षी दल सीरियस होकर इस पर काम करें तो छह महीने में नतीजे दिख सकते हैं। ममता ने कहा कि हमने अपने कुछ लोगों को त्रिपुरा भेजा, जहां उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।

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