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अटल बिहारी वाजपेयी जी की चौथी पुण्यतिथि आज, राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और पीएम मोदी ने समाधि स्थल पर दी श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज चौथी पुण्यतिथि है। अटल समाधि स्थल पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी।

दिल्ली स्थित पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर राष्ट्रपति द्रौपदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से लेकर मोदी सरकार के तमाम मंत्रियों ने पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

अटल जी की पुण्यतिथि पर बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, करोड़ों कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक एवं हमारे प्रेरणा स्रोत, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी ‘अटल सदैव’ समाधि स्थल पहुंचे और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट में लिखा- श्रद्धेय अटल जी ने मां भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण खपाया। उन्होंने भारतीय राजनीति में गरीब कल्याण व सुशासन के नए युग की शुरुआत की और साथ ही विश्व को भारत के साहस व शक्ति का भी अहसास कराया। आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें स्मरण करते हुए नमन करता हूं। देश को विकास और सुशासन का मंत्र देने वाले अटल जी का पूरा जीवन उनके व्यक्तित्व की गहराई और कृतित्व की ऊंचाई का प्रतिबिम्ब है। भारत की विकास यात्रा में उनका योगदान अविस्मरणीय है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट में लिखा कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, ओजस्वी और प्रखर वक्ता, पूर्व प्रधानमंत्री, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उनके चरणों में कोटिश: नमन् करता हूं। भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने वाले भविष्यद्रष्टा के विचार राष्ट्र उत्थान के लिए हम सबको सतत प्रेरित करते रहेंगे। देश की नदियों को परस्पर जोड़कर नव भारत के निर्माण का सपना देखने वाले युगद्रष्टा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की दिखाई राह पर चलकर मध्यप्रदेश ने अपनी जीवनदायिनी मां नर्मदा और क्षिप्रा नदी को जोड़कर विकास की नई गाथा लिखने का अप्रतिम कार्य किया। मैं अपने गांव जैत से भोपाल पढ़ने आया था और छात्र रहते पहली बार चारबत्ती चौराहे पर स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचारों को सुना। वो दिन था और आज का दिन है, वह अपनी वाणी, विचार, ज्ञान और कविताओं के माध्यम से मुझमें जीवित हैं। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन करता हूं।

तीन बार पीएम रहे अटल बिहारी वाजपेयी

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे थे। वह भारतीय जनता पार्टी के सह-सस्थापक भी थे। वह भारत के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था। हालांकि, एक बार वह मात्र 13 दिन और दूसरी बार 13 महीने के लिए पीएम बने थे। 27 मार्च 2015 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।

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