
अगरतला। त्रिपुरा के आगामी विधानसभा चुनावों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के गठबंधन में शामिल तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं होगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को यह जानकारी दी। तृणमूल कांग्रेस के त्रिपुरा अध्यक्ष पीयूष कांति बिस्वास ने कहा कि तृणमूल (TMC)प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पार्टी उम्मीदवारों के प्रचार के लिए 6 फरवरी को त्रिपुरा पहुंचेंगी। बताते चलें कि त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में 16 फरवरी को वोटिंग होनी है।
बंगाल जैसा होगा कांग्रेस-माकपा का हश्र
पीयूष ने बताया कि त्रिपुरा के आगामी विधानसभा चुनाव में माकपा-कांग्रेस गठबंधन के साथ तृणमूल कांग्रेस चुनावी समझौता नहीं करेगी, क्योंकि कम्युनिस्ट शासन में पीड़ित रहे कई कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हमारा आकलन है कि माकपा-कांग्रेस की पहल का वही हश्र होगा, जो 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हुआ था। इसलिए हम इससे दूरी बनाए रखेंगे। तृणमूल कांग्रेस उन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जहां पार्टी के जीतने की संभावना है। उन्होंने कांग्रेस और माकपा छोड़कर अन्य दलों से समझौते के लिए दरवाजे खुले होने की बात कही।
ममता-अभिषेक बनर्जी करेंगे रोड शो
त्रिपुरा चुनाव को देखते हुए टीएमसी चीफ ममता बनर्जी 6 फरवरी को दो दिवसीय दौरे पर त्रिपुरा पहुंचेंगीं। वह त्रिपुरा में रोड शो करेंगी। बिस्वास ने बताया कि पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी चुनाव प्रचार के लिए दो फरवरी को त्रिपुरा पहुंचेंगे। वह उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर और सिपाहीजाला जिले के बॉक्सानगर में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। उनके अलावा पश्चिम बंगाल के कई नेता यहां चुनाव प्रचार के लिए पहुंचेंगे।
यह भी पढ़ें अच्छी सड़कों की वजह से होती हैं दुर्घटनाएं, BJP विधायक नारायण पटेल बोले- मैंने खुद इसका अनुभव किया है