
राजीव सोनी-भोपाल। राजधानी की अरेरा पहाड़ी स्थित आयकर भवन पिछले 5 दिनों से काली कमाई को लेकर रोज हो रहे चौंकाने वाले खुलासे का केंद्र बना हुआ है। एक सप्ताह से अफसर और स्टाफ का खाना सोना भी कार्यालय में ही चल रहा है। हालात ये हैं कि स्थानीय बाशिंदे होने के बावजूद ये लोग घर नहीं जा पा रहे।
आयकर ऑफिस बिल्डिंग के चारों तरफ सीआरपीएफ व पुलिस के गनमैनों की मोर्चाबंदी, दिन-रात सभी कमरों में चल रही चहल-कदमी और गाड़ियों की लगातार आवाजाही को देखकर ऐसा लगा रहा है मानो युद्ध जैसे हालात बने हों। नोट गिनने की मशीनें लगातार चल रही हैं। भवन में इतने लोगों के लिए चाय-नाश्ता और भोजन के साथ रजाई-गद्दों के इंतजाम में मैनेजमेंट टीम लगी हुई है।
नीले ट्रैक सूट में दिखा चेतन गौर, दोपहर में मिली चाय
जिस कार में खजाना मिला उसका मालिक चेतन गौर भी दो दिन से आयकर भवन में है। देर रात तक उससे पूछताछ और बयान दर्ज करने का सिलसिला अनवरत जारी है। रविवार दोपहर में उसे भवन की गैलरी में नीले ट्रैक सूट में देखा गया। दोपहर बाद उसने मंजन किया। उसे चाय दी गई और भोजन का पैकेट जहां वह सोया था, उस कमरे में पहुंचा दिया गया। चेतन, लोकायुक्त पुलिस के शिकंजे में आया मास्टर माइंड सौरभ शर्मा का साथी है। उसके सारे काले- पीले धंधे का राजदार भी है।
ऐसा पहली बार…
आयकर अफसर छापे तो पहले भी डालते रहे लेकिन यह पहला मौका है जब आयकर ने राजधानी में ही 49 ठिकानों पर दबिश डाली है। छापे के बीच ही अफसरों के हाथ 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश लग गया है। इस वजह से सर्च ऑपरेशन का दायरा और फैल गया। इस खजाने के साथ कई सेंसिटिव सवाल भी जुड़े है।
गैलरियों में बिता रहे रात
आयकर भवन के गेट और लाउंज में टेंट के सामान रजाई, गद्दे-तकिए और अन्य जरूरी सामान का ढेर लगा है। गैलरियों में स्टाफ और पुलिस फोर्स नींद लेने की कोशिश में रहते हैं।
मास्टर माइंड का इंतजार
ब्लैकमनी ट्रांजेक्शन के मास्टर माइंड सौरभ शर्मा को दुबई से भारत लाने के लिए भी विभाग ने उच्च स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। उसके आने के बाद विभाग कई रसूखदारों के कच्चे चिट्ठे का खुलासा कर सकता है।