राष्ट्रीयव्यापार जगत

VAT on Petrol-Diesel: पीएम मोदी के बयान पर सियासत तेज, केंद्र पर निशाना साध रहीं राज्य सरकारें

देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिसकी वजह से आम जनता परेशान है। बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई बैठक में पीएम मोदी ने राज्यों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रियायत देने की नसीहत दी थी। ईंधन के दाम में आखिरी बार राहत 6 महीने पहले मिली थी। उसके बाद से अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमत में 17 रुपए प्रति लीटर तक का इजाफा हो चुका है।

पेट्रोल और डीजल पर सर्वाधिक वैट कहां है?

केंद्र सरकार ने पिछले साल 3 नवंबर के आस-पास पेट्रोल-डीजल की कीमत कम कर आम आदमी की राहत दी थी। नवंबर में जिन 26 राज्यों ने एक्साइज ड्यूटी घटने के बाद वैट कम किया था, उनमें से 7 राज्यों में अब भी पेट्रोल पर 25% से ज्यादा वैट है और 3 राज्यों में डीजल पर 23% से ज्यादा वैट है। पेट्रोल पर सर्वाधिक वैट लगाने वाले टॉप-5 राज्यों में तेलंगाना, असम, राजस्थान, आंध्र व केरल शामिल हैं। वहीं, डीजल पर सर्वाधिक वैट तेलंगाना, ओडिशा, असम, छत्तीसगढ़ और केरल में हैं।

राज्य पेट्रोल पर वैट
असम 32.6
राजस्थान 31.4
मध्य प्रदेश 29
ओडिशा 28
कर्नाटक 25.92
नगालैंड 25
मणिपुर 25

पीएम मोदी ने वैट घटाने का किया आग्रह?

मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में एक्साइजट ड्यूटी घटाई थी और राज्यों से टैक्स कम करने का आग्रह किया था, लेकिन कुछ राज्यों ने मेरी बात नहीं मानी। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि मेरा आग्रह है कि वैट घटाएं और नागरिकों को लाभ पहुंचाएं।

पीएम के बयान पर सियासत तेज

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद सियासत भी तेज हो गई। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने ट्वीट कर लिखा कि केंद्र सरकार सेस के नाम पर राज्य को लूट रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र अगर सेस को हटा दे तो पूरे देश में पेट्रोल 70 रुपए और डीजल 60 रुपए प्रति लीटर में मिलेगा।

केंद्र बकाया चुका दे तो 5 साल तक टैक्स माफ- ममता

ममता बनर्जी ने कहा- केंद्र पर हमारा 97807.91 करोड़ रुपए बकाया है। अगर सरकार इसे चुका दे तो हम अगले पांच साल तक पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला पूरा टैक्स माफ कर देंगे। हम 3 साल से पेट्रोल पर 1 रु. लीटर सब्सिडी दे रहे हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सबसे ज्यादा टैक्स महाराष्ट्र से आता है, उसके बावजूद केंद्र पर 26 हजार करोड़ का जीएसटी बकाया है। उन्होंने महाराष्ट्र के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।

पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से किसकी कितनी कमाई?

केंद्र सरकार- पेट्रोल पर 27.90 रुपए और डीजल पर 21.80 रुपए एक्साइज ड्यूटी लगती है। एक्साइज ड्यूटी से केंद्र सरकार ने पिछले 8 साल में 18.23 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। इसमें से 2.62 लाख करोड़ रुपए अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक कमाए हैं।

राज्य सरकारें- अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग वैट, सेल्स या दूसरी तरह के टैक्स पेट्रोल-डीजल पर लगते हैं। बीते 8 साल में राज्य सरकारों ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से 14.26 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कमाए हैं। इसमें से 1.89 लाख करोड़ रुपए तो 2021-22 की तीन तिमाही में ही कमाए हैं।

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