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चुनाव में खर्च होंगे 1.35 लाख करोड़ रुपए, इसका बड़ा हिस्सा ग्रामीणों के पास जाएगा

पिछली बार 35% हुआ था खर्च: सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज ने अपने शोध में किया दावा

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव-2024 ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी काफी अहम है, क्योंकि विशेषज्ञों ने इस चुनाव को देश के इतिहास में अब तक लड़ा गया सबसे महंगा चुनाव बताया है। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के अध्यक्ष और 35 सालों से चुनाव खर्च पर नजर रखने वाले एन. भास्कर राव ने चुनाव में लगभग 1.35 लाख करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान लगाया है। व्यावसायिक घरानों का मानना है कि चुनाव के दौरान खर्च की गई राशि का महत्वपूर्ण हिस्सा भारत की ग्रामीण आबादी के पास जाएगा, जिससे बिक्री में बढ़ोतरी होगी।

एक अध्ययन के अनुसार, भारत में 2019 के लोकसभा चुनाव में लगभग 35 प्रतिशत चुनावी खर्च अभियान और प्रचार पर किया गया था। राशि का दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा विभिन्न माध्यमों से मतदाताओं को मिला था, जिसमें श्रमिकों को काम पर रखना, अभियान सामग्री खरीदना, मुफ्त उपहार और कुछ मामलों में प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण भी थे। उद्योग जगत के लोगों को उम्मीद है कि चुनाव में होने वाले खर्च का अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, खासकर भारत के ग्रामीण इलाकों में।

ग्रामीणों की जरूरतों पर किया जाएगा पूरा फोकस

सेंचुरी प्लाईबोर्ड के कार्यकारी निदेशक केशव भजंका ने बताया कि आने वाले दो-तीन महीनों में अनुमानित भारी चुनावी खर्च से ग्रामीण खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी का उद्देश्य ग्रामीण उपभोक्ताओं की बढ़ती प्राथमिकताओं और जरूरतों के अनुरूप अपने उत्पाद की पेशकश और विपणन रणनीतियों को अपनाकर इस अवसर का लाभ उठाना है।

गांवों में बढ़ेगी एफएमसीजी उत्पादों की भारी मांग

अन्नपूर्णा स्वादिष्ट के प्रबंध निदेशक श्रीराम बागला के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) की ग्रामीण क्षेत्र मांग थोड़ी कम रही है। उन्होंने कहा, हम चुनाव संबंधी खर्चों पर अधिक खर्च के मद्देनजर ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजारों की मांग में सुधार होने की उम्मीद कर रहे हैं। सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर खासा जोर देती नजर आ रही है।

विहिप की अपील-वोट देते समय सोचें कौन राम मंदिर और रामराज्य के साथ खड़ा है

इधर विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि वोट देते समय मतदाताओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि कौन सी पार्टी राम मंदिर और राम राज्य के पक्ष में खड़ी है और कौन इसके विरोध में खड़ा है। उन्होंने कहा कि यदि देश और समाज में स्थाई तौर पर शांति-सुरक्षा लानी है, तो इसके लिए उसी दल को वोट देना पड़ेगा, जो सबको साथ लेकर चलना चाहता हो और सबके विकास की बात करता हो। युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए यूथ फॉर डेमोके्रसी के एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए आलोक कुमार ने कहा कि देश का इतिहास बदलने का काम हमेशा से युवाओं ने ही किया है।

संघ से जुड़े पुलिसकर्मी ने मारा था करकरे को: कांग्रेस नेता

मुंबई आतंकी हमले 26/11 को लेकर कांग्रेस नेता विजय वडेत्तिवार ने कहा है कि आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की मौत अजमल कसाब या किसी आतंकी की गोली से नहीं हुई थी, बल्कि आरएसएस से जुड़े एक पुलिस अधिकारी की ही गोली से हुई थी। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और वकील उज्ज्वल निकम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गद्दारी की और इस बात को देशवासियों से छिपा लिया है।

कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने दिया पार्टी से इस्तीफा

कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर और तेज तर्रार प्रवक्ता रहीं राधिका खेड़ा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंपा। खड़गे को लिखे पत्र में खेड़ा ने कहा कि उन्होंने अयोध्या में भगवान राम के दर्शन किए थे। पार्टी के नेता इससे खफा हो गए और पार्टी नेताओं ने मेरा कड़ा विरोध किया। कोई मेरा साथ नहीं दे रहा है, इसीलिए वे कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं।

कोई भी शक्ति परिवार के बीच नहीं आ सकती: वाड्रा

गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने टिकट न मिलने को लेकर कहा कि राजनीति की कोई भी शक्ति, पद हमारे परिवार के बीच नहीं आ सकती। हम सभी अपने महान राष्ट्र की जनता और जनता की बेहतरी के लिए हमेशा काम करेंगे, और करते रहेंगे।

मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी भाजपा में शामिल

लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के पूर्व भाजपा अध्यक्ष और मौजूदा सांसद मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी भाजपा में शामिल हो गई हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी राजनीति में आ जाऊंगी। उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि वो किसी को निराश नहीं करेंगी। रीति तिवारी सिंगर के साथ ही सॉन्ग राइटर भी हैं। उन्होंने कहा कि मैं समाजसेवक बनना चाहती हूं।

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