
बर्लिन। जर्मनी में हुए हालिया चुनावों में क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पार्टी को 630 में से 208 सीटें मिली हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 316 सीटों से कम हैं। ऐसे में CDU को गठबंधन करना होगा। यदि गठबंधन सफल रहता है, तो पार्टी के नेता फ्रेडरिक मर्त्ज जर्मनी के नए चांसलर बन सकते हैं।
मर्केल की पार्टी के नेता, लेकिन अलग नीति
फ्रेडरिक मर्त्ज CDU के नेता हैं, जो कभी पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी थी। हालांकि, मर्त्ज की विचारधारा मर्केल से काफी अलग मानी जाती है। वे मर्केल की तुलना में अधिक आक्रामक माने जाते हैं और उनकी राजनीति पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की छाप दिखती है। वे नेशन फर्स्ट नीति के समर्थक हैं और प्रवासियों को लेकर सख्त रवैया अपनाने की बात कर चुके हैं।
अमेरिका से संबंधों में बदलाव के संकेत
मर्त्ज अमेरिका के बड़े समर्थक माने जाते हैं, लेकिन यूरोप और यूक्रेन को लेकर ट्रंप के हालिया बयानों के कारण वे अमेरिका से दूरी बनाने की भी बात कह चुके हैं। उनका मानना है कि जर्मनी को अमेरिका पर निर्भरता कम करनी होगी और यूरोप को अपनी सुरक्षा नीति खुद तय करनी चाहिए।
गांजा पर फिर लगेगा प्रतिबंध
2023 में जर्मनी में गांजा को वैध कर दिया गया था, लेकिन मर्त्ज इस फैसले को पलटना चाहते हैं। वे जर्मनी में दोबारा गांजे पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि वे इसे समाज के लिए हानिकारक मानते हैं।
कॉर्पोरेट वकील से चांसलर पद तक
मर्त्ज ने कानून की पढ़ाई की और कॉर्पोरेट वकील के रूप में करियर शुरू किया। उन्होंने 1972 में CDU पार्टी जॉइन किया। 1994 में पहली बार सांसद चुने गए। 2000 के दशक में CDU के संसदीय नेता बने। 2005 में एंजेला मर्केल के सत्ता में आने के बाद पार्टी में हाशिए पर डाल दिए गए। 2009 में राजनीति से संन्यास लेकर निजी क्षेत्र में काम किया। 2018 में राजनीति में वापसी की और 2022 में CDU अध्यक्ष बने। 2025 में CDU की ओर से चांसलर पद के उम्मीदवार बने।
सरकार बनाने की चुनौती
हालांकि CDU सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन उसे बहुमत नहीं मिला है। सरकार बनाने के लिए उसे अन्य दलों के साथ गठबंधन करना होगा। यदि गठबंधन सफल रहता है, तो फ्रेडरिक मर्त्ज जर्मनी के अगले चांसलर बन सकते हैं।
क्या है मर्त्ज का एजेंडा
- अमेरिका पर निर्भरता कम करना- जर्मनी को एक स्वतंत्र नीति अपनाने पर जोर देंगे।
- प्रवासियों पर सख्ती- ट्रम्प की तरह अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त नीति लाएंगे।
- गांजा बैन- 2023 में हटाए गए प्रतिबंध को फिर लागू करेंगे।
- यूरोपीय सुरक्षा- NATO जैसी सुरक्षा व्यवस्था यूरोप में बनाएंगे।
- यूरोप को एकजुट करना- यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे और यूरोपीय एकता को मजबूत करेंगे।
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