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भोपाल में बोले अमित शाह – 20 साल से हो रही राहुल की लॉन्चिंग, लेकिन ये रॉकेट चलता ही नहीं, पाकिस्तान और बांग्लादेश चुनाव पर भी कसा तंज

भोपाल। प्रबुद्धजन सम्मेलन में शिरकत के लिए आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को राजधानी में विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि 20 साल से हर बार कांग्रेस राहुल को लॉन्च करती है लेकिन ये ऐसा रॉकेट है जो लॉन्च ही नहीं होता। उन्होंने इंडी अलायंस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का मुकाबला सात ऐसे परिवारों से है जो बेटे-बेटी, भतीजा और दामाद को सत्ता दिलाने के लिए इलेक्शन लड़ने वाले हैं।

मुकाबला कौरव और पांडव के बीच

उन्होंने प्रबुद्धजनों से 2024 के लोकसभा में MP की 29 में से 29 सीटें मोदी की झोली में डालने की अपील की। शाह ने मंच से संबोधन के दौरान विपक्षी इंडी अलायंस को कौरवों की संत्रा देते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव की महाभारत में मुकाबला पांडव और कौरवों के बीच है।

देश को टुकड़ों में बांटने पर कांग्रेस मौन

साह ने INDI एलायंस में शामिल दलों के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि घमंडिया गठबंधन के नेता देश के दो टुकड़े करने वाले बयान देते हैं और कांग्रेस चुप रहती है। उन्होंने सवाल उठाया कि किसी समय मौलाना आजाद, सरदार पटेल और महात्मा गांधी की पार्टी रही कांग्रेस को क्या हो गया है? बाद में उन्होंने मंच से कहा कि किसी की हिम्मत नहीं है कि इस देश के टुकड़े करने की। राजनीति में वंशवाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 50 साल में एक भी कार्यक्रम किसी राजकुमार को लॉन्च करने के लिए नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी के बाद पांच दशक तक जितने भी चुनाव हुए वे जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। गृह मंत्री ने दावा किया कि देश के लोकतंत्र के लिए नासूरों बने इन कारणों को मोदी ने खत्म किया। होम मिनिस्टर ने कहा कि सोनिया अपने बेटे को पीएम, लालू अपने बेटे को सीएम, ममता अपने भतीजे को मुख्यमंत्री और शरद पवार अपनी बेटी को चीफ मिनिस्टर बनाना चाहती है, जबकि दिवंगत मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।

पाकिस्तान और बांग्लादेश के चुनाव पर भी ली चुटकी

प्रबुद्धजन सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 को लोकतंत्र के पर्व का वर्ष बताते हुए कहा कि बीजेपी ने कभी चुनाव को सत्ता का माध्यम नहीं माना। उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश के चुनावों पर बोलते हुए तंज कसा कि वहां भी चुनाव ठीक वैसा ही हुआ जैसा होना था। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने मानवीय संवेदना, सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी वाली नीतियां बनाईं और 10 साल में विदेश में भी भारत का मान बढ़ा। उन्होंने कहा कि जब विदेश जाकर पीएम हिंदी में बोलते हैं तो पूरी दुनिया सुनती है।

पॉलिसी पैरालिसिस की शिकार थी मनमोहन गवर्नमेंट

गृह मंत्री ने दावा किया कि मोदी सरकार ने लद्दाख से लक्षद्वीप तक, पूर्वोत्तर से पंजाब तक, किसान से विज्ञान तक हर क्षेत्र में अपनी नई पॉलिसी के जरिए नए आयाम गढ़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह की सरकार पॉलिसी पैरालिसिस का शिकार हो गई थी। शाह ने कहा कि मोदी की 40 नीतियों ने देश को बदला और देश को गुलामी और हीन भावना से मुक्त किया।

10 साल के काम गिनाए

अमित शाह ने धारा 370 हटाने, ट्रिपल तलाक खत्म करने, वन रैंक वन पेंशन लागू करने, जम्मू, पूर्वोत्तर में आतंकवाद और अन्य राज्यों में पसरे वामपंथी उग्रवाद मंत 70 फीसदी कमी लाने, 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाने, उज्ज्वला योजना, पीएम आवास योजना, देश में हर परिवार का बैंक खाता खोलने, 60 करोड़ आयुष्मान कार्ड देने, 25 करोड़ लोगों को हर माह फ्री अनाज देने और कोविड वैक्सीनेशन जैसे काम भी गिनाए।

सीएम बोले राजा भोज और गंगू तेली की कहावत गलत

भोपाल को भोज कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में पहले बोलते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने एक बेहद प्रचलित कहावत का जिक्र किया। उन्होंने कहा का “कहां राजा भोज, कहां गंगू तेली” वाली कहावत असल में अपभ्रंश कहावत है। उन्होंने इसके पीछे की कहानी बताते हुएव कहा कि देश के प्रतापी राजाओं में शामिल राजा भोज ने एक साथ दो राजाओं जिनके नाम गांगेय और तेलप थे, उन्हें हराया था। उसके बाद कहावत बनी कि, “कहां राजा भोज कहां गांगेय तेलप”। इसके बाद यह कहावत अपभ्रंश का शिकार होकर प्रचलन में आ गई।

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