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यूपी STF ने माफिया अतीक अहमद के बहनोई को मेरठ से किया गिरफ्तार, उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों को दिया था संरक्षण

लखनऊ। यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की लखनऊ यूनिट ने बड़ा एक्शन लिया है। एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के बहनोई डॉ. अखलाक अहमद को मेरठ से गिरफ्तार किया है। अखलाक को उमेश पाल हत्याकांड में साजिश का आरोपित बनाया गया है। एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत उसे पकड़ा है। एसटीएफ का दावा है कि अखलाक आरोपितों की मदद कर रहा था।

उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों को दिया था संरक्षण

बताया जा रहा है कि, अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपियों को फाइनेंशियल सपोर्ट दिया था। अखलाक अहमद मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के भवानी नगर में रहता है। आरोप है कि डॉ. अखलाक फरार आरोपितों को शरण दे रहा था और उनकी फरारी में मदद कर रहा था। उमेश पाल हत्याकांड के बाद कई बार पहले भी अखलाक से पूछताछ की गई थी। प्रयागराज पुलिस ने जांच के बाद अखलाक को एसटीएफ के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में शनिवार (1 अप्रैल) देर रात गिरफ्तार किया है। अखलाक अब्दुल्लापुर CHC पर सरकारी डॉक्टर है।

24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या

बता दें कि 24 फरवरी 2023 को इसी अपहरण के केस की सुनवाई के दौरान उमेश पाल पर सुलेमसराय इलाके में गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी गई है। इस हमले में दो सरकारी गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह भी मारे गए थे। अपहरण केस के फैसले पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल, मां शांति पाल समेत अन्य लोगों को इंतजार है, लेकिन उन्हें लगता है कि पहले ही अतीक और उसके करीबियों पर शिकंजा कसता तो शायद उमेश आज जिंदा होते।

2005 के राजू पाल हत्याकांड से जुड़ा है केस

25 जनवरी 2005 को बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या की गई थी। इस हत्याकांड में राजू पाल के साथ ही देवी लाल पाल और संदीप यादव की भी हत्या की गई थी। मामले में उमेश पाल गवाह थे। उमेश पाल पर गवाही न देने का दबाव बनाने के लिए 28 फरवरी 2006 को उनका अपहरण किया गया था। अतीक पर अपहरण के आरोप लगे थे। बताया जाता है कि अपहरण के बाद 3 दिनों तक उमेश को टॉर्चर किया गया और इसके बाद 1 मार्च 2006 को उनसे पक्ष में गवाही दिलवाई गई थी।

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2007 में दर्ज हुआ था केस

5 जुलाई 2007 को धूमनगंज थाने में केस दर्ज हुआ था। मामले में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, खान सौलत हनीफ, अंसार अहमद उर्फ अंसार बाबा, दिनेश पासी, फरहान इसरार, आबिद प्रधान, एजाज अख्तर, आशिक उर्फ मल्ली भी नामजद आरोपी थे। इस मामले में अंसार अहमद उर्फ अंसार बाबा की मौत हो गई थी।

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