
उज्जैन। पुलिस-प्रशासन की सख्तियों के बाद भी चाइनीज मांझे से हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मकर संक्रांति से पहले चाइना मांझे पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद इसकी बिक्री नहीं रुकी है। ताजा मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से सामने आया है। यहां एक अधेड़ का पैर मांझे में उलझ गया। जिसके बाद उनके पैर की नस कट गई है। गंभीर हालत में घायल का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कैसे हुआ हादसा ?
जानकारी के मुताबिक, राजेंद्र नगर निवासी बने सिंह घर के बाहर जैसे ही चौराहे पर पहुंचे, तभी अचानक उनके पैर में चाइनीज मांझा उलझ गया। जब तक वह डोर निकाल पाते, तब तक पतंगबाज ने डोर खींच दी। जिससे उनके पैर की नस कट गई। घायल हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
10 दिन में 9 लोगों पर केस दर्ज
चाइनीज मांझे को लेकर पिछले 10 दिनों में 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो चुके हैं। लेकिन अभी भी चोरी छिपे-बिक रहे मांझे की वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं।
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‘जो मांझा खरीदेगा, बेचेगा वो जेल जाएगा’
चाइनीज मांझे का पूरी तरह से बहिष्कार करने के लिए पुलिस ने अब जनजागरुकता का तरीका अपनाया है। सोमवार से इस अभियान की शुरुआत करते हुए हाथ में माइक थामे पुलिसकर्मी ई-रिक्शा में सवार हुए और गली-मोहल्लों में अनाउंसमेंट के जरिए लोगों तक ये संदेश पहुंचाया कि मांझे से लोगों के गले कट रहे हैं, जिसमें कोई आपके परिवार का सदस्य, रिश्तेदार व परिचित भी हो सकता है। इस दौरान पुलिस ने यह चेतावनी भी दी कि जो ये मांझा बेचेगा, खरीदेगा और उससे पतंग उड़ाएगा, वह जेल जाएगा।
उज्जैन में चाइनीज मांझे पर रोक
उज्जैन जिला प्रशासन ने एक महीने पहले से चाइनीज मांझा बेचने, जमा करने और इस्तेमाल करने पर रोक लगा रखी है। उज्जैन कलेक्टर ने आदेश में कहा था कि चाइना डोर का भंडारण नहीं किया जा सकेगा और न ही खरीदी-बिक्री होगी। प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करने पर 144 में कार्रवाई की जाएगी।
कैसे खतरनाक है चाइनीज मांझा ?
बता दें कि चाइनीज मांझे में 5 तरह के केमिकल और धातुओं का प्रयोग किया जाता है। जिसमें एल्युमिनियम ऑक्साइड और लेड का इस्तेमाल होता है। सभी चीज मिलती है तो धार वाला चाइनीज मांझा तैयार होता है, जिसे कोई आम धागा काट नहीं सकता। पतंगबाजी का शौक रखने वालों की ये पहली पसंद है। क्योंकि ये मानसून के दौरान खराब भी नहीं होता है।