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ब्रिटेन में एक ही कोख से मां बनेंगी दो सगी बहनें

वैज्ञानिकों ने बड़ी बहन की कोख को छोटी बहन में किया ट्रांसप्लांट

लंदन। ब्रिटेन में पहली बार 40 साल की महिला की कोख को उसकी 34 वर्षीय बहन में ट्रांसप्लांट किया गया है। ट्रांसप्लांट सफल रहा है। इस ट्रांसप्लांट में करीब 26 लाख रुपए का खर्च हुए। ट्रांसप्लांट में 17 घंटे लगे, जिसे 30 विशेषज्ञों की टीम ने अंजाम दिया। सर्जरी ऑक्सफोर्ड के चर्चिल हॉस्पिटल में की गई। डॉक्टरों के अनुसार कोख पाने वाली महिला टाइप-1 मेयर रॉकिटेंस्के कस्टर हाउजर नाम की दुर्लभ बीमारी से जूझ रही थी, जिसमें गर्भाशय या तो होता नहीं है या फिर पूरी तरह से विकसित नहीं होता। लेकिन हालिया ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला में ओवरी ठीक से काम कर रही थी। महिला और उसका पति फर्टिलिटी ट्रीटमेंट करा रहे थे। इनसे तैयार हुए 8 भ्रूण स्टोर करके रखे गए हैं। ट्रांसप्लांट से पहले दोनों महिलाओं की काउंसलिंग की गई। ह्यूमन टिश्यू अथॉरिटी की तरफ से मंजूरी मिलने पर ट्रांसप्लांट किया गया। सर्जरी का खर्च वॉम्ब ट्रांसप्लांट यूके नाम के चैरिटी ऑर्गनाइजेशन ने उठाया।

ट्रांसप्लांट सफल, सामान्य तरीके से काम कर रहा गर्भ

डॉक्टरों के अनुसार इस गर्भाशय को जिस महिला में लगाया गया। उसे पहले ऐसी दवाएं दी गईं, जो इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करती हैं। इसके काम करने की क्षमता को घटाती हैं। इन्हें इम्यून सप्रेसिंग ड्रग कहते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, यह दवाएं इसलिए दी गईं, ताकि नया गर्भ पाने वाली महिला का शरीर इसके रिजेक्ट न करे। ट्रांसप्लांट के बाद मरीज स्वस्थ है और खुश भी। उसका गर्भ सामान्य तरीके से काम कर रहा है।

ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला को दी जी रही इम्यूनोसप्रेसिव थैरेपी, डोनर की हालत भी ठीक

हमें खुशी है कि बड़े ऑपरेशन के बाद डोनर अब वापस सामान्य जीवन जी रही है। ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला को इम्यूनोसप्रेसिव थैरेपी दी जा रही है। अब उसका बच्चा उसी के गर्भ में विकसित होगा। डोनर महिला पहले से दो बच्चों की मां है। अब कोख पाने वाली महिला भी मां बन सकेगी। – प्रोफेसर रिचर्ड स्मिथ, सर्जन, यूके

दुर्लभ रोगों से पीड़ित महिलाओं को राहत

यह बड़ी उपलब्धि है। अब ऐसे दुर्लभ रोगों का इलाज किया जा सकता है कि जब महिला में गर्भ विकसित ही नहीं हो पाता है या होता ही नहीं है। भविष्य में 20 से 30 महिलाओं को इस तरह के ट्रांसप्लांट का फायदा मिल सकता है। – डॉ. राज माथुर, कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट, ब्रिटिश फर्टिलिटी सोसायटी

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