जबलपुरमध्य प्रदेश

पेंच के बफर जोन के पास बाघ की मौत, नदी में तैरता मिला शव; मौके पर पहुंचे अधिकारी

मप्र के छिंदवाड़ा जिले में पेंच के बफर जोन में बाघ का शव मिला है। शनिवार सुबह बादलपार और कोना पिंडरई के बीच पेंच नदी में मछली मारने पहुंचे मछुआरों को बाघ का शव पानी में तैरता हुआ मिला, जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बाघ के शव को अभिरक्षा में लिया।

पेंच नदी में तैरता मिला बाघ का शव।

पोस्टमार्टम से होगा मौत का खुलासा

शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मृत मिले नर बाघ की उम्र 2 से 3 साल के आसपास बताई जा रही है। बाघ की मौत का कारण अभी अज्ञात है। वहीं वन विभाग के चिकित्सक डॉ. अखिलेश मिश्रा टीम के साथ मौके पर पहुंचकर पोस्टमार्टम की तैयारी कर रहे हैं। मौके पर डॉग स्क्वॉयड भी मौजूद है। पोस्टमार्टम के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचा जा सकेगा।

संदिग्ध परिस्थितियों में बाघ की मौत

बाघ की हालत से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह कहीं से बहकर आया है। उसकी मौत काफी देर पहले हो चुकी है। जिन परिस्थितियों में बाघ की मौत हुई है। उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि बाघ की मौत सामान्य नहीं है। क्योंकि बाघ के शरीर पर किसी तरह के कोई निशान नहीं है।

करंट से मौत की जताई जा रही है आशंका

वहीं आशंका जताई जा रही है कि बाघ की मौत करंट लगने से हो सकती है। क्योंकि आसपास के क्षेत्रों में कुछ मछुआरे लगातार नदी में करंट फैलाकर मछली पकड़ते हैं, जबकि कुछ किसानों ने भी अपने खेतों को बंद प्राणियों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए करंट लगा रखे हैं, जिसको लेकर वन विभाग हर एंगल से इसकी जांच कर रहा है।

आज से खुलेंगे पेंच नेशनल पार्क के गेट

गौरतलब हो कि पेंच नेशनल पार्क में आज से ही पर्यटकों के लिए गेट खोले जाने हैं, जिसको लेकर वन विभाग के द्वारा वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। ऐसे में पहले ही दिन पेश नेशनल पार्क में बाघ की संदेहास्पद मौत ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।

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