
रामचन्द्र पाण्डेय- भोपाल। उच्च शिक्षा विभाग के कॉलेजों में प्रवेश के लिए चार माह तक चली 9 राउंड की प्रवेश प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। यूजी-पीजी में 9.91 लाख सीटों में से करीब 5.93 लाख पर एडमिशन हुए। प्रदेश भर में आर्ट्स संकाय में सर्वाधिक और राजधानी के कॉलेजों में साइंस की अपेक्षा कॉमर्स में दोगुने एडमिशन हुए हैं। इधर, यूजी-पीजी में 3.98 लाख से अधिक सीटें खाली हैं।
40 कोर्स नहीं पार कर पाए सौ का आंकड़ा
यूजी-पीजी के ऑप्शनल कोर्सों में स्टूडेंट्स ने खास दिलचस्पी नहीं दिखाई। कुल 81 ऑप्शनल कोर्सों में 1.07 लाख एडमिशन हुए हैं। इनमें से 40 कोर्स ऐसे हैं, जिनमें प्रवेश का आंकड़ा 100 से कम है। वहीं श्री रामचरित मानस का दार्शनिक चिंतन सहित पांच कोर्स मेें 150 के अंदर एडमिशन हुए हैं। हालांकि इन कोर्सों में बीते साल की अपेक्षा स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ी है।
स्कूलों से बड़ी संख्या में कॉमर्स संकाय के स्टडेंट्स पासआउट होकर आते हैं। वहीं राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स अधिक है, जो कॉमर्स को प्राथमिकता देते हैं। कॉमर्स में जॉब पॉसिबिलिटी भी अधिक है, इसलिए अधिक प्रवेश हुए हैं। -प्रो. पीके जैन, पूर्व प्राचार्य, हमीदिया कॉलेज
स्कूलों में आर्ट्स संकाय के स्टूडेंट्स की संख्या अधिक रहती है। एमपीपीएससी, यूपीएससी आदि की तैयारी करने वाले स्टूडेंट आर्ट्स या कॉमर्स लेकर ही डिग्री पूरी करते हैं। इसीलिए प्रदेश में आर्ट्स में एडमिशन का आंकड़ा अधिक है। -डॉ. धीरेन्द्र शुक्ला, ओएसडी, उच्च शिक्षा विभाग