
इंदौर। यह कहावत तो आपने हमेशा सुनी होगी कि दिया तले अंधेरा, लेकिन पुलिस की नाक के नीचे ही यदि वारदात हो जाए तो फिर आप क्या कहेंगे। यह घटना साफ जाहिर करती है कि इंदौर में आम व्यक्ति सहित अब व्यापारी की दुकान भी सुरक्षित नहीं है। आरोपी वारदात कर निकल जाते हैं। वहीं देर रात पुलिस कंट्रोल रूम में बनी हुई नाश्ते की दुकान पर आरोपी ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया और नकदी रुपए और सामान लेकर आरोपी फरार हो गया।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई वारदात
घटना शहर के मुख्य चौराहे रीगल की है, जहां पर पुलिस का कंट्रोल रूम है। दो डीजीपी सहित क्राइम ब्रांच के बड़े अधिकारी भी बैठते हैं। देर रात 3:00 बजे के लगभग दुकान में एक चोर आया और बेखौफ होकर नकदी रुपए और सिगरेट के पैकेट उठाकर निकल गया। घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस शिकायत के बाद आरोपी की तलाश की बात कर रही है।
पुलिस को नहीं लगी भनक
दुकान संचालक गजेंद्र का कहना था, कि रीगल चौराहे के समीप रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन है। वहीं सुबह 4:00 बजे के लगभग सभी दुकान नाश्ते के लिए खुल जाती है। जबकि, दुकान में एक कर्मचारी मौजूद था लेकिन वह थका हुआ था। इस कारण उसे नींद का झोंका आ गया। आरोपी ने मौका देखकर खुली दुकान में से 10 हजार रुपए के लगभग सिगरेट के पैकेट लेकर फरार हो गया। घटना में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि ये रीगल चौराहे की है, जहां पर कई अधिकारी बैठते हैं। उसी के अंदर बनी इस दुकान में घटना हुई और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
चौराहों पर पुलिस चेकिंग, फिर भी चोरों के हौसले बुलंद
बात की जाए इंदौर शहर की तो कुछ दिनों पहले से शहर की कई बड़ी वारदात के बाद चौराहों पर पुलिस लगातार सघन चेकिंग कर रही है। लेकिन इसके बावजूद भी चोरों के हौसले बुलंद है। वहीं बुधवार दोपहर को द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े एक सब रजिस्टार के यहां लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए कर आरोपी पहुंचे थे जो कि पुलिस की कार्य प्रणाली और पुलिस की चौराहों पर लगी चेकिंग अभियान पर सवालिया निशान उठना है।
(इनपुट – हेमंत नागले)