नवीन यादव-इंदौर। प्रदेश के सबसे व्यस्त इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का रनवे अब प्रदेश के अन्य सभी प्रमुख एयरपोर्ट से बड़ा होगा। इसके विस्तार के लिए तैयारी कर ली गई हैं। रनवे लंबा होने के बाद यहां पर विदेशी एयरलाइंस के ज्यादा यात्री क्षमता वाले विमान भी लैंड कर सकेंगे। रनवे के विस्तार का विचार मुंबई एयरपोर्ट से लिया गया है, जहां के मुख्य रनवे की लंबाई 3448 मीटर है, जबकि इंदौर के रनवे की लंबाई 2754 मीटर है।
इंदौर के रनवे को करीब 400 मीटर तक बढ़ाने की योजना है। इसे बढ़ाने का प्रस्ताव दिल्ली भी पहुंच गया है। इंदौर एयरपोर्ट के रनवे के विस्तार के लिए सालों से प्रयास हो रहे हैं। दो साल पहले प्रधानमंत्री के नए बोईंग 777 विमान के रनवे पर लैंड करने के बाद पलट कर वापस आने के लिए यहां पर टर्न पेड बनाया गया है लेकिन रनवे की लंबाई देश के बड़े एयरपोर्ट की तुलना में कम है।
इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमानों के लिए रनवे के मानक
जानकारों के अनुसार, सामान्य कर्मशियल उड़ानें कम क्षमता वाले विमान जिनमें एयरबस 320 जैसे विमान शामिल हैं, उन्हें लैंड करवाने के लिए कम से कम 2400 मीटर (7,900 फीट) लंबे रनवे की आवश्यकता होती है। अंतर्राष्ट्रीय वाइडबॉडी उड़ानें, जो पर्याप्त मात्रा में ईंधन ले जाती हैं और इसलिए भारी होती हैं, उनकी लैंडिंग के लिए 3,200 मीटर (10,500 फीट) या उससे अधिक और टेकऑफ के लिए 4,000 मीटर (13,000 फीट) लंबे रनवे की आवश्यकता होती है।
ऐसे बनी योजना
पुख्ता सूत्रों ने बताया कि एएआई की टेक्निकल कमेटी के साथ बैठक हुई जिसमें इंदौर के अधिकारियों के साथ सांसद शंकर लालवानी भी शामिल थे। यहां पर रनवे विस्तार पर चर्चा हुई। तब रिजनल हेडक्वार्टर मुंबई के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई और इंदौर एयरपोर्ट की लंबाई में ज्यादा अंतर नहीं है। इसके बाद से इस पर काम शुरू हो गया है। सांसद लालवानी ने इस पर रूचि दिखाई है।
हां तैयारी कर रहे है
एयरपोर्ट के रनवे के विस्तार की तैयारी कर रहे हैं। एयरपोर्ट को अगले 25 साल के लिए तैयार कर रहे हैं। जिसमें नया टर्मिनल, नया एटीसी भवन व फायर बिग्रेड शामिल हैं। रनवे की लंबाई बढ़ने के बाद बड़े बोइंग विमान उतर सकेंगे। -शंकर लालवानी, सांसद इंदौर