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‘आराम की जिंदगी’ से अब डॉग्स भी तेजी से हो रहे डायबिटीज के शिकार

श्वानों को शुगर हर माह सामने आ रहे केस, 10 में से दो बीमार

हर्षित चौरसिया-जबलपुर। इंसानों में आम हो चुकी डायबिटीज की बीमारी अब डॉग्स को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। सरकारी व निजी पेट्स क्लिनिकों में उपचार के लिए आने वाले करीब 10 डॉग्स में से 2 से 3 शुगर से पीड़ित मिल रहे हैं। पशु चिकित्सकों का कहना है कि डॉग्स में यह बीमारी तब डायग्नोस हो रही है जब श्वान पालक उन्हें दूसरी बीमारी के इलाज के लिए लेकर आते हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि पीड़ित डॉग्स की संख्या ज्यादा है, लेकिन पालक जागरूक नहीं हैं जिससे बीमारी पकड़ में नहीं आती है। कई बार ऐसी स्थिति में पालक अपने डॉग को लेकर तब आते हैं जब उसकी हालत बहुत ही कमजोर हो जाती है।

केस-1

इलाज के लिए डॉग को लेकर आए जेके वर्मा ने बताया कि उनके डॉग को बार-बार यूरिन की समस्या हो रही थी, इस पर वे वेटरनरी डॉक्टर के पास चेकअप के लिए लेकर गए। वहां पर डॉग की शुगर भी चेक कराई गई तो डॉग हेवी डायबिटिक हो चुका था।

केस-2

डॉ. आशीष तिवारी ने बताया कि डॉग को बार-बार यूरिन की समस्या हो रही थी। इस पर शुगर संबंधी जांच कराई उसमें डॉग को हैवी शुगर निकली, जिसके बाद उसे इंसुलिन दी जा रही है। उसकी डाइट भी बदली है।

इसलिए हो रही डायबिटीज

डॉग्स में डायबिटीज के केस अब बढ़ रहे हैं। हर माह 2-3 तक नए केस सामने आ रहे हैं, इनमें डायबिटीज होने का मुख्य कारण डॉग्स की लग्जरी लाइफ स्टाइल है। साथ ही लोग डॉग को जंक-फूड भी खिलाते हैं। डॉग को जंक-फूड न दें और उसे दौड़ाएं ताकि उसके शरीर की एक्साइज हो। बूढ़े हो चुके डॉग का रुटीन चेकअप जरूर कराएं ताकि बीमारी को पकड़ा जा सके। – डॉ. देवेन्द्र गुप्ता, प्रोफेसर एंड हेड मेडिसिन, वेटरनरी कॉलेज जबलपुर

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