
वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में शपथ ली, जिसमें उनकी पत्नी मेलानिया भी मौजूद थीं। शपथ के बाद ट्रंप ने एक भाषण में कहा कि, अमेरिका के ‘स्वर्ण युग’ का अवतरण आज से हो गया है। उन्होंने अमेरिका की ‘फर्स्ट पॉलिसी’ को मजबूत करने की बात कही और दूसरे देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया। उन्होंने अमेरिका में केवल पुरुष और महिला जेंडर को मान्यता देने की घोषणा की और थर्ड जेंडर को अमान्य कर दिया। ट्रंप ने कहा कि वे ऐसा अमेरिका बनाएंगे जो दुनिया के बाकी देशों से बेहतर होगा। उनके प्रशासन में भी कई बड़े बदलावों की शुरुआत हो चुकी है।
ट्रंप के हस्ताक्षर किए गए आदेश और फैसले:
- कैपिटल हिल हमले के दोषियों को माफी: ट्रंप ने 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषी 1500 लोगों को माफी देने के आदेश पर हस्ताक्षर किए।
- WHO से बाहर होने की प्रक्रिया: ट्रंप ने अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर साइन किए।
- ड्रग तस्कर को आतंकी घोषित: ट्रंप ने ड्रग तस्करों को आतंकी घोषित करने का आदेश दिया।
- मैक्सिको सीमा पर दीवार: मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण को बढ़ावा दिया।
- 25% टैरिफ: मेक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ लगाने का आदेश दिया, जो फरवरी से लागू हो सकता है।
- पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से बाहर: अमेरिका को पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से बाहर करने का निर्णय लिया।
- थर्ड जेंडर समाप्त: थर्ड जेंडर को खत्म करने का ऐलान किया, अब अमेरिका में केवल दो जेंडर होंगे।
- इलेक्ट्रिक वाहनों का विरोध: इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की योजना को रद्द कर दिया।
- राष्ट्रीय आपातकाल: यूएस-मैक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया।
- जन्म से नागरिकता समाप्त: अमेरिका में जन्म से मिलने वाली नागरिकता को खत्म किया।
पहले भाषण में कई ऐलान
अमेरिकी सरकार के लिए सिर्फ 2 जेंडर: पुरुष और महिला
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, अमेरिकी सरकार के लिए केवल दो जेंडर होंगे: पुरुष और महिला। इसके साथ ही उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी को बहाल करने के लिए एक आदेश पर भी हस्ताक्षर करने की बात की। चुनाव प्रचार के दौरान, ट्रंप ने ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ बयान दिए थे और कहा था कि सेना में महिलाओं और ट्रांसजेंडरों की भर्ती से सुरक्षा में कमी आ रही है।
ट्रंप ने थर्ड जेंडर का अवधारणा खत्म करने का फैसला लिया है। जिसका मतलब है कि अब अमेरिका में थर्ड जेंडर को मिलने वाली सुविधाएं बंद हो जाएंगी। दरअसल अमेरिका में कई युवा प्रोपगेंडा से प्रभावित होकर अपना जेंडर बदल रहे थे। एलन मस्क के बेटे ने भी ऐसा ही कदम उठाया था। इसके बाद ट्रंप ने इसे खत्म करने का वादा किया था।
अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर पर इमरजेंसी
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर (दक्षिणी सीमा) पर इमरजेंसी लगाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि, यहां से होने वाली अवैध एंट्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे और अपराध करने वाले विदेशियों को उनके देश वापस भेज दिया जाएगा।
यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि मेक्सिको बॉर्डर से अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन चुकी थी। ट्रंप का कहना है कि, अवैध प्रवासी और अपराधी यहां से अमेरिका में घुसते हैं। इसके अलावा, ट्रंप इस बॉर्डर पर दीवार बनाने की बात भी कह चुके हैं। अब इस फैसले के तहत बॉर्डर पर सेना तैनात की जाएगी, जिससे घुसपैठिए अमेरिका में ना घुस पाएं।
अवैध प्रवासियों को निकाला जाएगा बाहर
डोनाल्ड ट्रंप ने देश में अवैध प्रवासियों की एंट्री पर पाबंदी लगाने और अवैध प्रवासियों को पकड़कर बॉर्डर पर छोड़ने की नीति को खत्म करने की बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि बाइडेन प्रशासन ने अवैध रूप से अमेरिका में घुसे खतरनाक अपराधियों को शरण दी और उनकी सुरक्षा की।
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, अमेरिका में दुनिया के सबसे ज्यादा अप्रवासी रहते हैं, जो कुल 20% हैं। 2023 तक अमेरिका में अप्रवासियों की संख्या 4.78 करोड़ तक पहुंच गई थी। ट्रंप का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अवैध तरीके से अमेरिका में घुसकर अपराध करते हैं।
पनामा नहर को वापस लेने का ऐलान
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे पनामा नहर को वापस ले लेंगे, क्योंकि इस नहर के कारण अमेरिका के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया है। उन्होंने कहा कि यह नहर कभी पनामा को गिफ्ट नहीं दी जानी चाहिए थी। अब चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है, जबकि अमेरिका ने इसे पनामा देश को दिया था। ट्रंप ने इसे वापस लेने का ऐलान किया।
ट्रंप का मानना है कि अमेरिका ने 1999 में पनामा को यह नहर गिफ्ट दी थी, लेकिन अब इसका नियंत्रण चीन के पास है। इसके कारण अमेरिकी जहाजों को इस नहर का उपयोग करने पर ज्यादा टैक्स देना पड़ता है।
मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलेगा
डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर “अमेरिका की खाड़ी” करने का फैसला किया। ट्रंप ने पहले भी कहा था कि “अमेरिका की खाड़ी” नाम ज्यादा सुंदर लगता है और यही नाम रखना उचित है।
ट्रंप का मानना है कि इस क्षेत्र में अमेरिका की सबसे ज्यादा मौजूदगी है और अमेरिका यहां सबसे अधिक गतिविधियां करता है, इसलिए यह इलाका अमेरिका का है।
कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने का संकेत दिया है। यह फैसला 1 फरवरी से लागू हो सकता है, जिसका मतलब है कि इन देशों से अमेरिका आने वाले सामान पर 25% टैक्स लगेगा। अगर यह फैसला लागू हुआ तो अमेरिका और उसके पड़ोसी देशों के बीच व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है। ट्रंप ने कहा कि अब तक अमेरिका की सरकार दूसरे देशों को समृद्ध बनाने के लिए अपने देश के लोगों पर टैक्स लगाती थी, लेकिन अब वे अन्य देशों पर टैक्स और टैरिफ लगाकर अपने नागरिकों को समृद्ध बनाने का प्रयास करेंगे।
अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहन की अनिवार्यता खत्म
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, उनकी सरकार ग्रीन न्यू डील को समाप्त कर देगी, जो क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देती है। इसके साथ ही, उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की अनिवार्यता को खत्म करने का फैसला लिया। ट्रंप का कहना था कि इससे अमेरिकी नागरिकों को अपनी पसंद की कार खरीदने की स्वतंत्रता मिलेगी। ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर हमेशा संदेह जताया है और जीवाश्म ईंधन के समर्थक रहे हैं। उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका को 2015 की पेरिस क्लाइमेट डील से बाहर कर लिया था।
हेल्थ और एजुकेशन सिस्टम पर कड़ी टिप्पणी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी हेल्थ सिस्टम और एजुकेशन सिस्टम की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हेल्थ सिस्टम इमरजेंसी स्थितियों में ठीक से काम नहीं करता, जबकि इस पर दुनिया में सबसे ज्यादा खर्च किया जाता है। साथ ही उन्होंने एजुकेशन सिस्टम पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह बच्चों को खुद पर शर्म करना सिखाता है, लेकिन अब यह सब बदलने वाला है। ट्रंप का मानना है कि डेमोक्रेट सरकार की हेल्थ नीतियां देश के लिए मुश्किलें पैदा करती हैं और सरकारी खर्च बढ़ाती हैं। पहले कार्यकाल में उन्होंने ओबामाकेयर पॉलिसी के खिलाफ कदम उठाए थे।
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